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सूरजपुर. जिले के महिलाओं एवं कन्याओं को सुरक्षित माहौल में उच्च शिक्षा प्रदान करने लगभग 10 पूर्व क्षेत्र के जनप्रतिनिधियों ने कन्या महाविद्यालय का सपना दिखाया था। सपना दिखाकर युवतियों और महिलाओं का समर्थन भी हासिल किया, लेकिन चुनाव जीतने के बाद सत्ता के नशे में चूर होकर इस अच्छी-खासी योजना को सतह पर उतारना भूल गए।
परिणामस्वरूप आज तक सूरजपुर को कन्या महाविद्यालय की सौगात नहीं मिल पाई। महाविद्यालय के अभाव में कई युवतियों एवं महिलाओं ने तो उच्चा शिक्षा प्राप्त करने का सपना ही तोड़ दिया।
गौरतबल है कि वर्ष 2008 में विधानसभा चुनाव से पूर्व क्षेत्रीय विधायक रेणुका सिंह ने सार्वजनिक मंच से कई बार यह घोषणा की थी कि सूरजपुर क्षेत्र की युवतियों, महिलाओं को सुरक्षित माहौल में उच्च शिक्षा दिलाने के उद्देश्य से कन्या महाविद्यालय की स्थापना की जायेगी।
प्रेमनगर विधानसभा चुनाव के दौरान भी प्रत्याशियों ने कन्या महाविद्यालय खोलने का वादा किया गया था, लेकिन विधायक बनते ही इस महत्वपूर्ण मांग को पूरा करने को लेकर कोई भी पहल करना भूल गये। परिणामस्वरूप जिले की महिलाओं को कन्या महाविद्यालय की सौगात नहीं मिल पाई।
कांग्रेस के विधायक खेलसाय सिंह ने भी इस महत्वपूर्ण मांग को लेकर कोई रूचि नहीं दिखाई। नतीजतन आज भी बेटियों को उच्च शिक्षा के लिए अन्य शहरों का रूख करना पड़ता है।
याद है वादा, सीएम करेंगे घोषणा
कन्या महाविद्यालय का वादा मुझे याद है और इस दिशा में विधायक रहते पहल भी की थी। लेकिन कांग्रेस विधायक द्वारा इस महत्वपूर्ण मांग की अनदेखी की गई, जिसकी वजह से कन्या महाविद्यालय नहीं खुल पाया। विकास यात्रा के द्वितीय चरण में मुख्यमंत्री कन्या महाविद्यालय की घोषणा जरूर करेंगे।
छात्राओं को हो रही परेशानी
कन्या महाविद्यालय न होने से जिले की कन्याओं व महिलाओं को परेशानी हो रही है बाहर जाकर उच्च शिक्षा प्राप्त करना सबके बस की बात नहीं है। सुरक्षित माहौल में उच्च शिक्षा मिले इसके लिए सूरजपुर में कन्या महाविद्यालय खोलना आवश्यक है।
सविता चक्रधारी, छात्रा
खुलना चाहिए कॉलेज
सुरक्षित माहौल में महिलाओं को उच्च शिक्षा मिले इसके लिए आवश्यक है कि सूरजपुर में कन्या महाविद्यालय खोला जाये। जनप्रतिनिधियों द्वारा घोषणा तो कर दी जाती है लेकिन पूर्ण न होने से इसका खामियाजा जिले की उच्च शिक्षा की इच्छुक महिलाओं और युवतियों को उठाना पड़ रहा है। उच्च शिक्षा के लिए यहां की युवतियों को अन्यत्र जाना पड़ रहा है, जिससे समय और धन की बर्बादी हो रही है साथ ही कई युवतियों को तो उच्च शिक्षा से वंचित होना पड़ रहा है।
लविना लाल, प्राचार्य, इस्ट एण्ड वेस्ट मिशन हाईस्कूल सूरजपुर
सुरक्षित माहौल की आवश्यकता
बदलते परिवेश में महिलाओं और छात्राओं को उच्च शिक्षा के लिए सुरक्षित माहौल की आवश्यकता है। उच्च शिक्षा के लिए अन्यत्र शहरों में जाना, वहां के माहौल में उच्च शिक्षा प्राप्त करना समय धन और अभद्र टिप्पणियां बाधक हो जाती हैं। ऐसे में उच्च शिक्षा के लिए पृथक से कन्या महाविद्यालय की स्थापना बहुत जरूरी है।
उमा सिंह सरुता, छात्रा
पारिवारिक कारण आता है आड़े
स्थानीय स्तर पर कन्या महाविद्यालय का होना आवश्यक है, जो छात्राएं पारिवारिक कारणों से उच्च शिक्षा के लिए संयुक्त शिक्षा केन्द्र में दाखिला नहीं ले पाती है। ऐसी छात्राओं को सुरक्षित माहौल देने की आवश्यकता है जिसके लिए कन्या महाविद्यालय जरूरी है।
किरण केराम, जिला पंचायत सदस्य सूरजपुर
दूसरे शहरों में नहीं जाना पड़ेगा
सूरजपुर जिला मुुख्यालय में कन्या महाविद्यालय अति आवश्यक है। महिलाओं और युवतियों को कन्या महाविद्यालय खुल जाने के बाद महानगरों में उच्च शिक्षा के लिए नहीं जाना पड़ेगा।
डॉ एसएस अग्रवाल, प्राचार्य, अग्रणी महाविद्यालय सूरजपुर
कॉलेज की कमी हो रही महसूस
सुरक्षित माहौल में तनाव रहित होकर जिले की बेटियों को उच्च शिक्षा प्राप्त हो इसके लिए कन्या महाविद्यालय की घोषणा को पूर्ण करना अत्यंत आवश्यक है। जिला बनने के बाद कन्या महाविद्यालय की कमी ज्यादा महसूस हो रही है।
अंशु गोयल, प्रांतीय अध्यक्ष लायनेस क्लब
Published on:
09 Jun 2018 01:46 pm
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