SURAT VNSGU : सरकारी आदेश का वीएनएसजीयू में हो रहा उल्लंघन..!
नए शैक्षणिक सत्र में वीएनएसजीयू की प्रवेश प्रणाली के कारण विद्यार्थियों के साथ साथ महाविद्यालयों को भी काफी परेशानी का सामना करना पड़ा है। विकेन्द्रीय प्रवेश प्रणाली में समय पर एसएमएस नहीं मिलने पर, यस और नो क्लिक की उलझ और सॉफ्टवेयर की समस्या के कारण प्रवेश में बड़ी दिक्कत हुई है। इस कारण प्रवेश की दौड़ में होने के बावजूद हजारों विद्यार्थी प्रवेश प्रणाली से बाहर हो गए। साथ ही दुविधा से भरी विकेन्द्रीय प्रवेश प्रणाली के कारण तीन बार प्रवेश राउण्ड आयोजित करना पड़ा। इस कारण प्रवेश को तीन से अधिक माह का समय हो गया। राज्य शिक्षा विभाग ने 15 दिनों में प्रवेश प्रणाली समाप्त करने का आदेश दिया था। जिसका पालन वीएनएसजीयू में नहीं हुआ। इसका खामियाजा विद्यार्थियों को चुकाना पड़ा है। देर से प्रवेश मिलने के कारण पढ़ाई छूट गई और सामने परीक्षा आ गई। इस समस्या के कारण सीटें भी रिक्त रह गई हैं।
नए शैक्षणिक सत्र में वीएनएसजीयू की प्रवेश प्रणाली के कारण विद्यार्थियों के साथ साथ महाविद्यालयों को भी काफी परेशानी का सामना करना पड़ा है। विकेन्द्रीय प्रवेश प्रणाली में समय पर एसएमएस नहीं मिलने पर, यस और नो क्लिक की उलझ और सॉफ्टवेयर की समस्या के कारण प्रवेश में बड़ी दिक्कत हुई है। इस कारण प्रवेश की दौड़ में होने के बावजूद हजारों विद्यार्थी प्रवेश प्रणाली से बाहर हो गए। साथ ही दुविधा से भरी विकेन्द्रीय प्रवेश प्रणाली के कारण तीन बार प्रवेश राउण्ड आयोजित करना पड़ा। इस कारण प्रवेश को तीन से अधिक माह का समय हो गया। राज्य शिक्षा विभाग ने 15 दिनों में प्रवेश प्रणाली समाप्त करने का आदेश दिया था। जिसका पालन वीएनएसजीयू में नहीं हुआ। इसका खामियाजा विद्यार्थियों को चुकाना पड़ा है। देर से प्रवेश मिलने के कारण पढ़ाई छूट गई और सामने परीक्षा आ गई। इस समस्या के कारण सीटें भी रिक्त रह गई हैं।
SURAT VNSGU : वीएनएसजीयू की प्रवेश प्रक्रिया में उलझे विद्यार्थी लंबी प्रवेश प्रक्रिया परेशानी का कारण
बीकॉम में 30,373 सीटों के सामने 25,041 विद्यार्थियों ने प्रवेश लिया। बीबीए में 3900 सीटों के सामने 3545 विद्यार्थियों ने और बीसीए में 4500 सीटों के सामने 3805 विद्यार्थियों ने प्रवेश लिया। बीएससी की कुल 11615 सीटों के सामने 8457 सीट पर ही प्रवेश हुए हैं। बीएससी में एक समय ऐसा था कि जब एक भी सीट रिक्त नहीं रहती थी। उल्टा सीटें बढ़ाने की मांग होती थी। वीएनएसजीयू की प्रवेश प्रणाली के कारण सीटें रिक्त रहने लगी हैं। कम्प्यूटर साइंस में 600 सीटों के सामने मात्र 272 विद्यार्थियों ने ही प्रवेश लिया है। बीकॉम, बीबीए और बीसीए को मिलाकर कुल 50,988 सीटों के सामने 41,120 प्रवेश हुए तथा 9868 सीटें खाली पड़ी हैं। वीएनएसजीयू ने प्रवेश प्रक्रिया समाप्त होने की घोषणा कर दी है। इसलिए अब प्रवेश नहीं होंगे। सीटें खाली रह जाने का खामियाजा स्वनिर्भर कॉलेज को उठाना पड़ रहा है। सीट खाली रह जाने से फीस नहीं मिलेगी ऐसे में महाविद्यालय का खर्च वहन करना परेशानी का कारण बन जाएगा।
बीकॉम में 30,373 सीटों के सामने 25,041 विद्यार्थियों ने प्रवेश लिया। बीबीए में 3900 सीटों के सामने 3545 विद्यार्थियों ने और बीसीए में 4500 सीटों के सामने 3805 विद्यार्थियों ने प्रवेश लिया। बीएससी की कुल 11615 सीटों के सामने 8457 सीट पर ही प्रवेश हुए हैं। बीएससी में एक समय ऐसा था कि जब एक भी सीट रिक्त नहीं रहती थी। उल्टा सीटें बढ़ाने की मांग होती थी। वीएनएसजीयू की प्रवेश प्रणाली के कारण सीटें रिक्त रहने लगी हैं। कम्प्यूटर साइंस में 600 सीटों के सामने मात्र 272 विद्यार्थियों ने ही प्रवेश लिया है। बीकॉम, बीबीए और बीसीए को मिलाकर कुल 50,988 सीटों के सामने 41,120 प्रवेश हुए तथा 9868 सीटें खाली पड़ी हैं। वीएनएसजीयू ने प्रवेश प्रक्रिया समाप्त होने की घोषणा कर दी है। इसलिए अब प्रवेश नहीं होंगे। सीटें खाली रह जाने का खामियाजा स्वनिर्भर कॉलेज को उठाना पड़ रहा है। सीट खाली रह जाने से फीस नहीं मिलेगी ऐसे में महाविद्यालय का खर्च वहन करना परेशानी का कारण बन जाएगा।
EDUCATION VNSGU : यस-नो पर क्लिक नहीं करना पड़ा भारी ..!
– पंजीकरण हुआ नहीं और परीक्षा शुरू
देर तक चली इस प्रवेश प्रणाली के कारण अभी तक हजारों विद्यार्थियों का एनरोलमेंट नहीं हुआ है। अभी विद्यार्थियों का वीएनएसजीयू में एनरोलमेंट हो रहा है। उसके बावजूद स्वनिर्भर महाविद्यालयों ने विद्यार्थियों की परीक्षा लेना शुरू कर दिया है। परीक्षा नहीं ली गई तो विश्वविद्यालय की परीक्षा आने तक परेशानी हो सकती है। इसलिए बिना एनरोलमेंट के ही विद्यार्थियों को परीक्षा में बैठने दिया जा रहा है। दूसरी ओर जिनको अभी प्रवेश मिला है उनके लिए एडीशनल एक्जाम आयोजित किया जाएगा। अब ऐसे में इनके लिए अलग से कक्षा लेकर पाठ्यक्रम पूर्ण करने की फिलहाल महाविद्यालयों में कोई व्यवस्था नहीं की गई है।
– पंजीकरण हुआ नहीं और परीक्षा शुरू
देर तक चली इस प्रवेश प्रणाली के कारण अभी तक हजारों विद्यार्थियों का एनरोलमेंट नहीं हुआ है। अभी विद्यार्थियों का वीएनएसजीयू में एनरोलमेंट हो रहा है। उसके बावजूद स्वनिर्भर महाविद्यालयों ने विद्यार्थियों की परीक्षा लेना शुरू कर दिया है। परीक्षा नहीं ली गई तो विश्वविद्यालय की परीक्षा आने तक परेशानी हो सकती है। इसलिए बिना एनरोलमेंट के ही विद्यार्थियों को परीक्षा में बैठने दिया जा रहा है। दूसरी ओर जिनको अभी प्रवेश मिला है उनके लिए एडीशनल एक्जाम आयोजित किया जाएगा। अब ऐसे में इनके लिए अलग से कक्षा लेकर पाठ्यक्रम पूर्ण करने की फिलहाल महाविद्यालयों में कोई व्यवस्था नहीं की गई है।