
farmer tried to commit suicide at the tehsil gate
mp news: मध्यप्रदेश के टीकमगढ़ जिले के मोहनगढ़ में एक किसान का चार साल पहले मकान जल गया था। इसके लिए प्रशासन ने उसे सहायता राशि देने का प्रकरण बनाया और उससे राशि दिलाए जाने का आदेश भी जारी किया गया, लेकिन चार साल से उसे राशि नहीं मिली है। वो तभी से सहायता राशि के लिए भटक रहा है। शुक्रवार को जब उसे जानकारी हुई कि डिप्टी कमिश्नर दौरे पर आए हैं तो वह उनसे मिलने पहुंच गया। यहां कर्मचारियों ने रोका तो उसने जमकर हंगामा किया और गेट पर फंदा लगाकर जान देने की कोशिश की।
शुक्रवार को डिप्टी कमिश्नर विनय द्विवेदी मोहनगढ़ तहसील का निरीक्षण करने पहुंचे थे। उनके आने की सूचना मिलते ही किसान घनश्याम प्रजापति उनसे मिलने पहुंच गया। घनश्याम का चार साल पहले मकान जल गया था। घनश्याम का कहना था कि मकान जलने पर उसे सहायता राशि देने का एफपीओ जारी किया गया था, लेकिन किसी ने उसे कैंसिल करा दिया और उसे आज तक राशि नहीं मिली है। इसके लिए वह कई बार तहसीलदार के साथ ही वरिष्ठ अधिकारियों से मांग कर चुका है, लेकिन सुनवाई नहीं हो रही है। सूचना मिलने पर वह डिप्टी कमिश्नर द्विवेदी से मिलने आया था। यहां पर तहसील के कर्मचारियों ने उसे अंदर जाने से रोका तो उसने जमकर हंगामा किया।
किसान ने तहसील के मुख्य गेट के लिए बने पिलर से निकले तारों से रस्सी डालकर फंदा लगाने का प्रयास किया। यह देखकर तहसील के कर्मचारी परेशान हो गए और उसे बचाने दौड़े। मौके पर मौजूद लोगों ने भी उसे नीचे उतारा। वहीं हंगामा होते देख डिप्टी कमिश्नर ने किसान को अंदर बुलाया और उसकी बात सुन समस्या का समाधान किया। इस संबंध में तहसीलदार रमेश चंद्र परमार से बात करनी चाही तो उन्होंने फोन नहीं उठाया।
Published on:
13 Sept 2025 10:24 pm
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