
खनन का खेल: सरकारी भूमि से चल रहा बजरी के अवैध परिवहन का खेल
टोडारायसिंह. प्रशासन की अनदेखी के बीच बजरी खनन माफिया, सरकारी भूमि पर पर अनाधिकृत बजरी खनन से लेकर परिवहन के कार्य को बखूबी अंजाम दे रहे है। वहीं, सुप्रीम कोर्ट की रोक के बावजूद धड़ल्ले से हो रहे बजरी खनन व परिवहन को पांच विभागों बेअसर साबित हो रही है।
बीसलपुर बांध से पानी की निकासी कम होने के साथ ही बनास किनारे बोटूंदा, कंवरावास, मोरभाटियान, छाणबाससूर्या, बरवास, चूली, पालड़ा समेत आसपास क्षेत्र में फिर से बजरी खनन माफिया सक्रिय हो गए है। स्थिति यह है कि खनन से जुड़े लोग बनास किनारे से बजरी खनन शुरू कर दिया है।
सूत्रों ने बताया कि बजरी माफिया कार्रवाई से बचने के लिए निजी खाते की भूमि के स्थान पर सरकारी भूमि का ही इस्तेमाल करते है। स्थिति यह है कि माफिया दिन में बिलायती बंबूलो की आड में ट्रैक्टर ट्रॉलियों से चूली, बोटूंदा समेत अन्य क्षेत्र स्थित सरकारी भूमि (चारागाह व सिवायचक भूमि) पर बजरी का स्टॉक करते है, वहीं रात के अंधेरे में ट्रोले व डंपरो के माध्यम से जयपुर व अन्य क्षेत्र में परिवहन करवा रहे है। इधर, सरकारी भूमि का दूरुपयोग होने के बावजूद प्रशासन ने सबंधित पंचायत क्षेत्र की भूमि तथा सबंधित व्यक्तियों को चिह्नित नहीं करवाया है, जिससे उनके खिलाफ कार्रवाई की जा सके।
प्रावधान है, लेकिन कार्रवाई नहीं
इधर, उपखण्ड अधिकारी डॉ. सूरजसिंह नेगी ने बताया कि बजरी खनन माफिया यदि खाते की काश्त भूमि का बजरी स्टॉक में उपयोग करता है, उसके खिलाफ मुकदमा दर्ज होने के साथ सबंधित भूमि को सिवायचक घोषित करने का प्रावधान है। वहीं, सरकारी भूमि (चारागाह व सिवायचक) पर किए गए स्टॉक को नष्ट करने के साथ सबंधित चिह्नित व्यक्ति के खिलाफ 91की कार्रवाई के तहत जेल भेजने का प्रावधान है, लेकिन मौके पर बजरी नष्ट करने के लिए पर्याप्त जेसीबी व अन्य साधनों का अभाव होता है। हालाकि सख्त कार्रवाई के लिए तहसीलदार के नेतृत्व में टीम गठित को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए है।
टीआर2609सीबी.
टोडारायसिंह बरवास क्षेत्र में चूली के आसपास अनाधिकृत सरकारी भूमि पर किया गया बजरी का स्टॉक।
टीआर2609सीसी.
टोडारायसिंह बरवास क्षेत्र में चूली के आसपास अनाधिकृत सरकारी भूमि पर किया गया बजरी का स्टॉक।
Published on:
26 Sept 2019 07:00 am
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