राजस्थान : तालाब में मिला मां और मासूम बेटी का शव, एक ही चिता पर हुआ दोनों का अंतिम संस्कार, सभी की आंखें नम
मृतका के ससुर रामचरण ने बताया कि बेटा जीतराम 21 मार्च को जयपुर मजदूरी करने चला गया। इसके बाद नसीब अपनी बेटी मनीषा को लेकर दो दिन पहले ही बिना बताए घर से चली गई थी।
राजस्थान के टोंक के पचेवर कस्बे में रविवार को खेत पर पानी से भरे एक तालाब में मां और बेटी का शव मिलने से सनसनी फैल गई। मां अपनी बेटी के साथ दो दिन से लापता थी। घर से कुछ ही दूरी पर खेत में तालाब बना हुआ है। जहां एक महिला को मासूम बच्ची का शव तैरता दिखाई दिया। वहीं तालाब के पास चप्पल की जोड़ी पड़ी मिली। इसके बाद घटनास्थल पर ग्रामीणों की भीड़ एकत्रित हो गई।
सूचना पर एएसआई गोपाल लाल मय जाप्ते के मौके पर पहुंचे। जहां पुलिस ने तालाब से 2 वर्षीय लड़की के शव को बाहर निकाला, लेकिन मां का शव दिखाई नहीं दिया। इसके बाद मां के शव की तलाश शुरू की। करीब एक घण्टे की मशक्कत के बाद मां के शव को भी बाहर निकाल लिया। घटना की सूचना पर थाना अधिकारी मुकेश चौधरी भी मौके पर पहुंचे। जहां उन्होंने घटना की जानकारी लेकर मौका मुआयना किया।
मालपुरा से पहुंची मोबाइल इन्वेस्टिगेशन यूनिट की टीम ने घटनास्थल से साक्ष्य जुटाए। पुलिस ने दोनों शवों को पोस्टमार्टम के लिए जिला अस्पताल मालपुरा की मोर्चरी में भिजवाया। मृतका नसीब (23) पत्नी जीतराम तथा उसकी बेटी मनीषा है। फिलहाल मां व बेटी की मौत के कारणों का स्पष्ट खुलासा नहीं हो पाया है। पुलिस मामले के हर पहलू की जांच में जुटी है।
दो दिन पहले घर से गई थी
मृतका के ससुर रामचरण ने बताया कि बेटा जीतराम 21 मार्च को मजदूरी करने जयपुर चला गया। इसके बाद नसीब अपनी बेटी मनीषा को लेकर दो दिन पहले ही बिना बताए घर से चली गई। मां-बेटी को कई जगह तलाश किया, लेकिन इनका कहीं पता नहीं चला। इसके बाद परिवार के लोगों ने थाने में इनके लापता होने की रिपोर्ट दी थी। पुलिस मां-बेटी की तलाश कर रही थी। अब तालाब में मां और बेटी के शव मिले हैं।
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तीन साल पहले हुई थी शादी
परिजनों ने बताया कि जीतराम की शादी समेलिया गांव में नसीब के साथ तीन साल पहले हुई थी। जीतराम ढोलक बजाकर अपने परिवार का पालन-पोषण करता है। मां-बेटी की मौत से परिवार के हर शख्स की आंखें नम थीं। पोस्टमार्टम के बाद जैसे ही शव घर पहुंचे तो दोनों को तुरंत दाह-संस्कार के लिए ले जाया गया। जहां पर एक ही चिता पर मां-बेटी का अंतिम संस्कार किया गया। इससे पूरे गांव का माहौल गमगीन हो गया है।