
SDM Amit Chaudhary टोंक के समरावता थप्पड़ कांड के बाद स्थिति अभी भी तनावपूर्ण, लेकिन नियंत्रण में बनी हुई है। इस बीच मालपुरा उपखंड अधिकारी अमित चौधरी का पहला बयान सामने आया है। उन्होंने कहा कि नरेश मीणा एक की जगह दो थप्पड़ भी मार सकते थे, क्योंकि हम तो हमारा बचाव उस समय कर नहीं पाते। हम तो अधिकारी के रूप में होते हैं, अगर हम ड्यूटी पर नहीं होते तो सेल्फ डिफेंस कर पाते। उन्होंने नरेश मीना के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है।
बता दें कि राजस्थान में अजमेर संभाग के टोंक जिले के समरावता में विधानसभा उपचुनाव के लिए बुधवार को हुए मतदान के दौरान उपखंड अधिकारी को थप्पड़ मारने के मामले में पुलिस ने अब तक मुख्य आरोपी नरेश मीना सहित 60 नामजद आरोपियों को गिरफ्तार किया है। अजमेर रेंज पुलिस महानिरीक्षक ओम प्रकाश के अनुसार इस मामले में नरेश मीणा को गुरुवार सुबह गिरफ्तार कर लिया गया। आरोपी के विरूद्ध पूर्व में अलग-अलग जिलों में 25 मामले पंजीबद्ध हैं और वह स्थाई वारंटी है। उसकी सभी मामलों में गिरफ्तारी की जाएगी।
उन्होंने बताया कि आरोपी नरेश मीना की गिरफ्तारी के बाद उसके समर्थकों ने एक दो स्थानों पर मार्गों पर रास्ता रोका, जिनको खुलवा दिया गया है। जिला पुलिस के 28 दल गठित किए गए हैं, अब तक 60 उपद्रवियों को गिरफ्तार किया जा चुका है एवं अन्य नामजद आरोपियों की तलाश जारी है।
ओमप्रकाश ने बताया कि बुधवार को विधानसभा क्षेत्र देवली-उनियारा में विधानसभा क्षेत्र के उपचुनाव के दौरान टोंक जिले के नगरफोट थाना क्षेत्र के समरावता गांव में ग्रामीणों द्वारा उनके गांव समरावता को उपखण्ड देवली से हटाकर उपखण्ड उनियारा में शामिल करने की मांग को लेकर मतदान का बहिष्कार किया था। निर्दलीय प्रत्याशी नरेश मीना ने इस मांग को लेकर ग्रामीणों को साथ लेकर धरना शुरू कर दिया। नरेश मीणा ने वहां मौजूद एरिया मजिस्ट्रेट अमित चौधरी (आरएएस उपखण्ड अधिकारी मालपुरा) को थप्पड़ मार दिया।
उन्होंने बताया कि बाद में वहां चल रहे धरनास्थल से नरेश मीना बाहर निकला, जिसको पुलिस बल ने हिरासत में लेकर पुलिस वाहन में बिठाया गया तो उसके समर्थकों ने पुलिस पर पथराव शुरू कर दिया, जिसका फायदा उठाकर वह फरार हो गया। इस दौरान उपद्रवियों ने दो सरकारी वाहन एवं सात निजी चौपहिया वाहनों और करीब 25 मोटर साइकिलों में आग लगा दी गई। साथ ही दो निजी वाहनों में तोड़फोड़ की गई।
इसके पश्चात उपद्रवियों ने ग्राम कचरावता के पास राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 148डी को भी बाधित किया गया। ओमप्रकाश ने बताया कि इसके बाद वह खुद घटनास्थल पर पहुंचे स्थिति का जायजा लेकर स्थिति को नियंत्रित किया। उन्होंने बताया कि इस सम्बन्ध में नगरफोर्ट थाने में चार मामले पंजीबद्ध किए गए। नरेश मीणा समर्थकों की ओर से तोड़फोड़ एवं आगजनी की पूरी घटना का घटनास्थल पर पहुंचकर अतिरिक्त महानिदेशक पुलिस, कानून एवं व्यवस्था जयपुर, सम्भागीय आयुक्त एवं महानिरीक्षक पुलिस अजमेर रेन्ज द्वारा निरीक्षण किया गया।
Published on:
15 Nov 2024 09:51 am
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