
देवली. शहर में शनिवार को गंगागुरिया बालाजी मन्दिर में भगवान राम दरबार प्रतिमा की प्राण-प्रतिष्ठा कार्यक्रम हुआ।
देवली. शहर में शनिवार को गंगागुरिया बालाजी मन्दिर में भगवान राम दरबार प्रतिमा की प्राण-प्रतिष्ठा कार्यक्रम हुआ। कार्यक्रम संयोजक रामपाल गर्ग ने बताया कि इससे पहले शुक्रवार को शहर में महिलाओं की ओर से कलश यात्रा निकाली गई, जो प्रमुख मार्गो से होकर गुजरी।
इसके अलावा हवन-पूजन तथा रात को संगीतमय सुन्दरकाण्ड का पठन किया गया। शनिवार को भगवान राम, लक्ष्मण, सीता माता व हनुमानजी की प्रतिमा को पंचामृत से स्नान कराया तथा उनका श्रंृगार कर नगर भ्रमण कराया गया।
नगर भ्रमण के साथ महिलाएं मंगल गीत गाती चल रही है। जहां शहर में कई स्थानों पर लोगों ने भगवान की झांकी पर पुष्प वर्षा की। इसके बाद भगवान की झांकी पुन: मन्दिर पहुंची। जहां विधिवत् मंत्रोच्चार के साथ भगवान राम-दरबार की प्राण-प्रतिष्ठा की गई। शाम को श्रद्धालुओं को प्रसादी भी वितरित की गई।
अखण्ड पाठ की पूर्णाहुति
शहर के एजेंसी एरिया स्थित नेवरबाग बालाजी मन्दिर में चल रही 108 अखण्ड रामचरित मानस पाठ की शनिवार को पूर्णाहुति हुई।
कार्यक्रम से जुड़े टीकम सैन ने बताया कि गत तीन माह से मन्दिर में अखण्ड रामचरित पाठ चल रहा था। इसकी शनिवार को पूर्णाहुति हुई।
इस दौरान आयोजित हुए यज्ञ में श्रद्धालुओं ने आहुतियां दी। वहीं शाम को भण्डारे का आयोजन हुआ। इसमें हजारों श्रद्धालुओं ने प्रसादी ग्रहण की।
प्राण-प्रतिष्ठा महोत्सव में उमड़े श्रद्धालु
निवाई ञ्च पत्रिका. बरोनी गांव में बाबा रामदेव की मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव को लेकर शनिवार को मंत्रोचार के साथ बाबा रामदेव की मूर्ति प्राण-प्रतिष्ठा धूमधाम से की गई।
श्रद्धालु महेन्द्र बैरवा ने बताया कि आचार्य जयप्रकाश के सान्निध्य में मूर्ति प्राण-प्रतिष्ठा का आयोजन किया गया।
इस अवसर पर कांग्रेस नेता प्रहलादनारायण बैरवा, लच्छूराम बैरवा, कांग्रेस जिलाध्यक्ष लक्ष्मण गाता, ब्लॉक अध्यक्ष राजेश चौधरी, कांग्रेस नेता सीताराम शर्मा, शिवदयाल पंवार, थाना प्रभारी हीरालाल, रामकल्याण, आत्माराम एवं प्रभुलाल मौजूद थे।
खुशहाली का प्रतीक महायज्ञ
बंथली .. महायज्ञ की परम्परा अनादिकाल से चल रही है। राम राज में राज्य एवं प्रजा में सुख, शांति एवं खुशहाली को लेकर संतों की ओर से महायज्ञों का आयोजन करवाया जाता रहा है।
ये बात यज्ञाचार्य पं. बैणीप्रसाद शर्मा ने दूनी सगस बाबा बावड़ी पर संत गंगादास फलाहारी के सान्निध्य में चल रहे नवकुण्डात्मक श्रीराम महायज्ञ के दौरान कही। सुरेन्द्रसिंह शेखावत ने बताया कि महायज्ञ में यज्ञाचार्य सहित पण्डितों ने नित्यार्चन हवन क्रियाएं हवन कुण्ड में आहुतियां देकर सम्पन करवाई।
ओमप्रकाश रोझ ने बताया कि बोली लगाकर हवन कुण्ड़ में आहुतियां देने को लेकर प्रतिदिन श्रद्धालुओं की संख्या बढ़ रही है। महायज्ञ का समापन 22 जून को पूर्णाहुति, महाआरती, प्रसादी, भण्डारा व संतों-ब्राह्मणों की विदाई से होगा।
इस मौके पर एमडीएस दूनी निदेशक आर. एल. प्रजापत, पूर्व उपसरपंच गीता देवी शेखावत, रामनिवास जाट, भगवानसिंह शेखावत, जयकिशन रोझ, रामकिशन तिवाड़ी, चन्द्रप्रकाश व्यास व अन्य थे।
पूजा-अर्चना के साथ प्रतिमाएं प्रतिष्ठापित
राणोली-कठमाणा .नवरंगपुरा में पंचमुखी हनुमान मंदिर में शिव पंचायत परिवार की प्राण प्रतिष्ठापना की गई। प्रतिष्ठापना को लेकर नगर परिक्रमा निकाली गई।
प्रतिमाओं की विद्वान पंडितों ने पूजा-अर्चना कराई। इसके बाद प्रतिमाएं प्रतिष्ठापित की गई। एकादश कुण्डात्मक श्रीरूद्रमहायज्ञ में दम्पतियों ने यज्ञाचार्य मोहनलाल शास्त्री के सान्निध्य में रूद्र सूक्ति पर आहुतियां दी।
इस मौके संत अमर दास, अनिल दास, रघुवीर दास, महन्त शिवरामदास मौजूद थे। भागवत कथा में कमल दास ने सुदामा चरित्र का प्रसंग सुनाया।
Published on:
17 Jun 2018 05:23 pm
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