
उदयपुर . शिक्षा के जिस मंदिर में शिक्षक ने उन्हें सिखाया था कि चोरी करना पाप है, उसी सरकारी स्कूल के पुराने छात्रों ने युवा होते ही नए कम्प्यूटर व अन्य उपकरण चुरा लिए। चार साल पहले वारदात करने वाले ये छात्र चोरी के बाद कई बार स्कूल भी गए, लेकिन किसी को इन पर शक नहीं हुआ। उनकी इस करतूत से कई गरीब छात्र कम्प्यूटर ज्ञान से वंचित रह गए।
प्रतापनगर थाना पुलिस ने बुधवार को इस खुलासे के साथ चार आरोपितों की गिरफ्तारी बताई। थानाधिकारी डॉ. हनवंतसिंह ने बताया कि गिरफ्तार आरोपित फांदा (तितरड़ी) निवासी अभयसिंह (24) पुत्र हमेरसिंह देवड़ा, नारायणलाल (21) पुत्र मोहनलाल गमेती, बरहड़ा देवरिया (उत्तरप्रदेश) निवासी धनकुमार उर्फ धनु (22) पुत्र अशोक कुमार तिवारी व प्रतापगढ़ (उत्तरप्रदेश) निवासी रमेश कुमार (26) पुत्र रामलखन यादव अभी पुरोहितों की मादड़ी स्थित सरकारी स्कूल के नजदीक गमेती मोहल्ला व आसपास के इलाकों में ही रहते हैं। ये सभी इसी स्कूल के छात्र थे। क्षेत्रवासियों का कहना है कि इन्होंने अब तक आसपास के कई किशोरों को भी बिगाड़ा है। पुलिस तफ्तीश में जुटी है।
स्कूल में कम्प्यूटर पहुंचते ही चोरी
पुलिस ने बताया कि छोटी-मोटी चोरियों के आरोपित इन युवाओं पर मोहल्लेवासियों को काफी समय पहले से शक था। पुलिस ने जब इनके पीछे मुखबिर लगाया तो इस बात की पुष्टि हो गई। पकड़ में आए एक आरोपित ने स्कूल में चोरी का राज खोल दिया। आरोपितों ने बताया कि स्कूल में चार साल पहले नए कम्प्यूटर आए थे, जिन्हें स्कूल प्रबंधन ने कमरे में रख दिया था। पता लगते ही उन्होंने उसी रात चोरी कर ली। आरोपितों ने कुछ कम्प्यूटर तो बॉक्स से बाहर तक नहीं निकाले, जबकि कुछ औने-पौने दाम पर बेच दिए। पुलिस इनकी बरामदगी में लगी है।
Published on:
16 Nov 2017 12:46 pm
बड़ी खबरें
View Allउदयपुर
राजस्थान न्यूज़
ट्रेंडिंग
