READ MORE : स्कूल बस रूकवाकर लड़के ने छ़ात्रा के साथ किया कुछ ऐसा कि हर कोई सहम गया.. आश्रम गांव ले जाकर सौंपा दलालों को
आरोपी विजय ने बताया कि वह पीडि़ता को 18 जून 18 को विश्वास में लेकर गांव से भगाते हुए गुजरात के आश्रम ले गया। वहां उसे पहले से ही दोनों दलाल कार लेकर खड़े मिले। उसने वहां पीडि़ता को सौंपते हुए जबरन कार में बिठाना चाहा तो वह उसने मना कर दिया। विजय स्वयं कार में पीडि़ता के साथ बैठ गया, कुछ आगे जाने के बाद दलालों से दो लाख लेकर कार से उतर गया। पीडि़ता का कहना था कि दोनों दलाल उसे अपने मकान पर ले गए। वहां एक कमरे में बंद कर जबरन वेश्यावृत्ति करवाई। मना करने पर आरोपियों ने उसके साथ खूब मारपीट की। उसके बाद आरोपियों ने पीडि़ता की जबरन महेन्द्र सिंह से विवाह रचाकर पैसा ले लिया। महेन्द्र ने उसे होटल बंद कर दुष्कर्म किया। इस दौरान मौका पाकर पीडि़ता वहां से भाग निकली।
आरोपी विजय ने बताया कि वह पीडि़ता को 18 जून 18 को विश्वास में लेकर गांव से भगाते हुए गुजरात के आश्रम ले गया। वहां उसे पहले से ही दोनों दलाल कार लेकर खड़े मिले। उसने वहां पीडि़ता को सौंपते हुए जबरन कार में बिठाना चाहा तो वह उसने मना कर दिया। विजय स्वयं कार में पीडि़ता के साथ बैठ गया, कुछ आगे जाने के बाद दलालों से दो लाख लेकर कार से उतर गया। पीडि़ता का कहना था कि दोनों दलाल उसे अपने मकान पर ले गए। वहां एक कमरे में बंद कर जबरन वेश्यावृत्ति करवाई। मना करने पर आरोपियों ने उसके साथ खूब मारपीट की। उसके बाद आरोपियों ने पीडि़ता की जबरन महेन्द्र सिंह से विवाह रचाकर पैसा ले लिया। महेन्द्र ने उसे होटल बंद कर दुष्कर्म किया। इस दौरान मौका पाकर पीडि़ता वहां से भाग निकली।
पीडि़ता के विश्वास का उठाया फायदा
विजय ने पूछताछ में पुलिस को बताया कि पीडि़ता के साथ उसका बचपन से प्रेमप्रसंग था। वह शादीशुदा होने के बावजूद पीडि़ता उस पर अटूट विश्वास करती थी। उसने प्रेमिका के इसी विश्वास का फायदा उठाकर उसे गुजरात में बेचने व पैसे कमाने की योजना बनाई। इसके लिए ने गुजरात के दलाल रामजी भाई परमार व लीला बेन रावल से सम्पर्क कर दो लाख में सौदा तय किया।