पीडि़ता मोना खटीक ने पुलिस को दी रिपोर्ट में बताया कि सुबह वह कृष्णा कॉलोनी स्थित हैंडपम्प पर पानी भरने गई थी, जहां पहले ही सपना भावसार अपनी पुत्री के साथ पानी भर रही थी। एक बाल्टी भरने के बाद वह खाली करके आ रही थी और उसे पानी नहीं भरने दे रही थी। मोना का कहना है कि जब पानी भरने के लिए कहा तो गाली गलौच करते हुए अभद्रता करने लगी। सपना को उसने टोका तो गुस्सा होते हुए उसने बाल्टी फेंक दी और पत्थर उठाकर मोना के सिर में दे मारा। मोना का सिर फटने से वह नीचे गिर गई। उसके चीखने चिल्लाने पर परिजन आ गए। वे मोना को उठाकर खून से लथपथ हालत में ही हिरणमगरी थाने ले गए। पुलिस ने उसका मेडिकल करवा जानलेवा हमले का मामला दर्ज किया।
पुलिस ने बताया कि मामला दर्ज करने के बाद पीडि़ता मोना अपने घर जा रही थी तो आरोपित ने रास्ते में उसे रोक दिया। पीडि़ता के परिजनों ने उसी वक्त थाने में फोन कर बताया कि आरोपित सपना चाकू लेकर खड़ी है और वह सभी को डरा रही है। इस पर बीट कांस्टेबल किरण कुमार पहुंचा तो महिला मिल गई लेकिन उसके पास चाकू नहीं मिला। कांस्टेबल ने उसे पाबंद करवाया। कुछ देर बाद सपना अपने पति के साथ थाने पहुंची। मुकदमा दर्ज करने पर उसने हंगामा किया उसके बाद वह गुस्से में बाहर जाते हुए स्कूटी से चाकू निकालकर स्वयं के पेट पर मार लिया। उसी वक्त पुलिस व उसके पति ने पकड़ लिया और उसे अस्पताल पहुंचाया।
उदयपुर. नाव में बैठने के विवाद पर शनिवार शाम सुखाडि़या सर्कल पर संचालक व उसके कर्मी तथा रेलवे ट्रेनिंग स्कूल के प्रशिक्षणार्थी आमने सामने हो गए। हाथापाई के साथ दोनों पक्षों के साथ मारपीट हुई। पुलिस ने बताया कि बहरोड़ निवासी मोहित कुमार रेलवे ट्रेनिंग स्कूल में स्टेशन मास्टर की टे्रनिंग ले रहा है। शाम को वह अपने पांच साथियों के साथ सुखाडि़या सर्कल बोटिंग प्वाइंट पर पहुंचा। एक ही नाव में छह जनों के सवार होने पर कर्मचारी ने विरोध किया।