
फाइल फोटो- पत्रिका
उदयपुर । सोने-चांदी के लगातार बढ़ते दाम ने खरीदारों को तंग किया है, वहीं अब श्राद्धा पक्ष का साया भी असर डाल रहा है। नतीजा ये कि सर्राफा बाजार में मायूसी छाई है और सोना-चांदी खरीद में में 50 फीसदी तक गिरावट आ चुकी है। बाजार की सुस्ती के बीच सर्राफा व्यवसायी स्थिति में सुधार की उम्मीद लगाए बैठे हैं। अब नवरात्र वैश्विक समीकरण बदलने के साथ ही बाजार में उठाव की उम्मीद है।
वैश्विक अशांति के हालात लगातार बने रहने और पिछले 6 माह में अमरीकी सरकार के रुख ने सबसे ज्यादा सोने-चांदी की कीमतों को प्रभावित किया है। लगातार बढ़ती कीमतों से निवेशकों ने हाथ खींचे हैं। पिछले करीब 3 माह में रेकॉर्ड तोड़ भाव रहे और अब श्राद्ध पक्ष में शुभ कार्य वर्जित रहने की सोच ने सर्राफा बाजार पर बड़ा असर डाला है। ऐसे में खरीदार मानो गायब ही हो गए हैं। उदयपुर में छोटे-बड़े 700 सर्राफा व्यवसायी है, जो स्थिति सुधरने की आस लगाए बैठे हैं।
मेवाड़ में श्राद्ध पक्ष को काफी मान्यता दी जाती है। इन दिनों कीमती वस्तु खरीद के साथ ही तमाम मांगलिक कार्य वर्जित होते हैं। सोना-चांदी खरीद को बेहद शुभ कार्य माना गया है। ऐसे में श्राद्ध पक्ष में सोना-चांदी की खरीद बेहद कम हो जाती है। कई बार श्राद्ध पक्ष में कीमतें गिरने की स्थिति में आगामी समय के लिए सोने-चांदी की बुकिंग कराने का चलन भी रहा है। लेकिन, इन दिनों कीमतें भी आसमान पर है। लिहाजा बुकिंग का काम भी नहीं के बराबर हो रहा है।
हर दिन सोने के भाव हजार रुपए और चांदी की कीमत 6 माह में 50 हजार रुपए चढ़ी है। एक साल पहले तक सोना-चांदी के भाव 80 हजार रुपए के आसपास थे, जबकि आज दोनों ही कीमती धातुओं की कीमतें सवा लाख रुपए से पार जा रही है। इस तेजी की वजह अचानक खपत बढऩा नहीं, बल्कि वैश्विक हालात की वजह से है। अमरीकी राष्ट्रपति के बयानों ने आग में घी डालने का काम किया। अब जल्द ही स्थिति में सुधार की संभावना जताई जा रही है।
कीमतों में तेजी व श्राद्ध पक्ष से खरीदारी कम है। मांगलिक आयोजन वाले रुके हुए हैं, लेकिन कुछ निवेशक रुचि बनाए हुए है। सभी को कीमतें सुधरने का इंतजार है। नवरात्र और दीपावली के बाद शादियां का सीजन होगा। ऐसे में 10-12 दिन बाद खरीदारी बढ़ेगी, वहीं कीमतों में तेजी बनी रहने की संभावना हैं। जब-जब भाव में मामूली सुधार भी आए निवेशकों को खरीद करनी चाहिए।
यशवंत आंचलिया, अध्यक्ष, उदयपुर सर्राफा एसोसिएशन
श्राद्ध पक्ष का अपना महत्व है। ऐसे में खरीद में गिरावट आना आम बात है। अमूमन श्राद्ध पक्ष में कीमतों में भी गिरावट आती है, लेकिन वैश्विक हालातों से कीमतें भी लगातार बढ़ी हुई है। इन दिनों खरीदारी के साथ ही बुकिंग भी नहीं के बराबर है। व्यापारी स्थिति में सुधार की उम्मीद में है। अभी सिर्फ पुराने जेवर की टूट-फूट में एक्सचेंज के लिए है। नए सोने-चांदी की खरीद कम है।
इंदरसिंह मेहता, संरक्षक, श्री राजस्थान सर्राफा संघ
Published on:
11 Sept 2025 03:35 pm
बड़ी खबरें
View Allउदयपुर
राजस्थान न्यूज़
ट्रेंडिंग
