वर्मा के उदयपुर पहुंचने पर जिला कलक्टर कार्यालय में अतिरिक्त जिला कलक्टर सुभाष चन्द शर्मा से मुलाकात की और अपने इस अभियान के बारे में बताया। एडीएम शर्मा ने उनके प्रयासों की सराहना करते हुए वर्तमान युवा पीढ़ी को इनके प्रेरणा लेने का आह्वान किया एवं जनकल्याण के कार्यों में महती भूमिका निभाने की बात कही और उनकी सफल यात्रा की कामना की। इस अवसर पर वर्मा के फतहसागर की पाल पर मौजूद आमजन को भी अपने अभियान के बारे में बताते हुए अधिक से अधिक रक्तदान के लिए प्रेरित भी किया।
श्रीनगर के लालचौक से 26 जनवरी को पैदल यात्रा शुरू करने वाले किरण वर्मा अब तक चंद्रकोट, उधमपुर, जम्मू, सांबा, पठानकोट, बटाला, अमृतसर, चंडीगढ़, पिंजौर, बडुग, समरहिल (शिमला), कालका, अंबाला,कुरुक्षेत्र, करनाल व रोहतक के रास्ते हिसार व अलवर,
जयपुर ,
कोटा का सफर तय करते हुए उदयपुर पहुंचे। इस दौरान वे विभिन्न स्कूलों-कॉलेजों व विश्वविद्यालयों के 1.5 लाख से अधिक विद्यार्थियों को रक्तदान का महत्व,तरीका व सही समय बताकर उन्हें जागरूक कर चुके हैं। प्रति किलोमीटर 10 लोगों को जागरूक करने के उद्देश्य के साथ डेढ़ लाख लोगों को रक्तदान के लिए प्रेरित करना इनका लक्ष्य है। अधिक जानकारी के लिए वर्मा के मोबाइल नंबर 9810670347 पर सम्पर्क किया जा सकता है।
एक प्रतिशत रक्तदाता बढ़ जाएं तो पूरी हो सकती है रक्त की आपूर्ति किरण वर्मा का कहना है कि देश में खून की जरूरत के मुकाबले इसकी आपूर्ति कम है। देश में हर 100 में से 3 लोग ही रक्तदान करते हैं। वे कहते हैं कि यदि प्रति सौ में से एक रक्तदाता भी बढ़ जाता है तो देश में खून से संबंधित सभी जरूरतें पूरी हो सकती हैं। उनका कहना है कि 14 जून को यात्रा के समापन पर वे दिल्ली में दुनिया का पहला वर्चुअल ब्लड डोनेशन कैंप लगाएंगे। इसमें रक्तदाताओं का रजिस्ट्रेशन किया जाएगा जो जरूरत के समय लोगों को रक्त उपलब्ध करवाएंगे।