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नए जमाने में ढाल लो खुद को नहीं तो दुनिया की दौड़ में रह जाओगे पीछे

locationउदयपुरPublished: Sep 19, 2019 02:36:25 am

Submitted by:

Sushil Kumar Singh

lack of librarion लाइब्रेरियन के बीच दिया संदेश, तीन दिवसीय डेलनेट सम्मेलन का हुआ आगाज, हिस्सा ले रहे हैं देश विदेष के 300 से अधिक एक्सपट्र्स

नए जमाने में ढाल लो खुद को नहीं तो दुनिया की दौड़ में रह जाओगे पीछे

नए जमाने में ढाल लो खुद को नहीं तो दुनिया की दौड़ में रह जाओगे पीछे

उदयपुर. lack of librarion लाइब्रेरी साइंस में भी वर्तमान में कई अपडेट हुए हैं। पहले सिर्फ परंपरागत थ्योरी पर कार्य होता था। इसमें अब परिवर्तन हो चुका है। इंफोरमेशन कम्यूनिकेशन टेक्नोलॉजी लाइब्रेरी साइंस में प्राथमिकता साबित हुई है। लाइब्रेरियन को भी हर कदम पर अपडेट रहने की जरूरत है। सुखाडिय़ा विवि के एम लिब व बी लिब के विद्यार्थियों को डेल नेट की नवीन जानकारी दी जा रही है। यह बात मोहनलाल सुखाडिय़ा विवि के पुस्तकालय विभाग के पूर्व विभागाध्यक्ष प्रो टीडी तिलवानी ने कही। शौर्यगढ पैलेस में डेलनेट की मेजबानी में शुरू हुए तीन दिवसीय २२वें राष्ट्रीय सेमिनार national seminar को संबोधित करते हुए तिलवानी ने विषय विशेषज्ञों को वर्तमान परिस्थतियों से अवगत कराया। कार्यक्रम में देश भर से करीब ३ सौ विषय विशेषज्ञों ने हिस्सा लिया। डेल नेटवर्क के समन्वयक डॉ. संगीता कॉल ने कहा कि
लाईब्रेरी में टैक्नोलॉजी काफी हद तक अपना प्रभाव रखने लगी है। इसलिए लाइब्रेरियन को भी टैक्नोलॉजी और सॉफ्वेयर से अपडेट रहने की आवश्यकता है। जल्द ही देश के इंस्टिट्यूशन्स को लेटेस्ट सॉफ्टवेअर से अपग्रेड होगा। उन्होंने बताया कि अधिवेशन में पुस्तकालयों में प्रबन्धन, नवीन पुस्तकालय सेवाएं, कॉपीराइट और साहित्यिक चोरी तकनीकीकरण, सामग्री प्रबन्धन, साझाकरण, खुली पहुंच और भविष्य के पुस्तकालय सहित प्रमुख विषयों पर चर्चा होगी। इससे पहले उदघाटन स़त्र में संयोजक रघुवीर सिंह देवड़ा की उपस्थिति में डेल नेट अध्यक्ष डॉ एचके कॉल ने बताया कि आईटी सेक्टर में हर दिन नया अपडेट हो रहा है। इसके लिए जरूरी हो जाता है कि इस क्षेत्र में जो काम करने वाले कर्मचारी हैं। वे भी अपने स्तर पर अपडेट होने में कोई कसर नहीं छोड़ें। पेसिफिक मेडिकल कॉलेज प्राचार्य एपी गुप्ता, डॅा. गिरधर एम कुनकुर, डॉ. मनोरमा त्रिपाठी ने इनोवेटीव प्रेक्टिस फोर यूजर्स ओपन सोर्स रेफरेंस मैनेजमेंट पर पत्रवाचन किया। lack of librarion गौरतलब डेलनेट विश्वव्यापी 67 सौ पुस्तकालयों से जुड़ा नेटवर्क है।
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