उधार की बिजली!
दूसरे सच पर गौर करें तो जिले के हर उपखण्ड मुख्यालय पर ही तहसील कार्यालय बना हुआ है। केवल कोटड़ा ही ऐसा तहसील मुख्यालय है, जहां उपखण्ड के अभाव में 132 केवी जीएसएस की सुविधा नहीं है। ऐसे में उदयपुर विद्युत वितरण निगम ने जोधपुर डिस्कॉम की सहायता से 33 केवी सप्लाई से कोटड़ा के घरों को रोशन किया हुआ है। ऐसे में बाधित विद्युत आपूर्ति की समस्या बनी रहती है। दूसरी खास वजह रात के समय पर तहसील मुख्यालय पर निगम के अधिकारियों की उपस्थिति का नहीं होना भी है।
दूसरे सच पर गौर करें तो जिले के हर उपखण्ड मुख्यालय पर ही तहसील कार्यालय बना हुआ है। केवल कोटड़ा ही ऐसा तहसील मुख्यालय है, जहां उपखण्ड के अभाव में 132 केवी जीएसएस की सुविधा नहीं है। ऐसे में उदयपुर विद्युत वितरण निगम ने जोधपुर डिस्कॉम की सहायता से 33 केवी सप्लाई से कोटड़ा के घरों को रोशन किया हुआ है। ऐसे में बाधित विद्युत आपूर्ति की समस्या बनी रहती है। दूसरी खास वजह रात के समय पर तहसील मुख्यालय पर निगम के अधिकारियों की उपस्थिति का नहीं होना भी है।
लापरवाही की हद
बीते कई दिनों से क्षेत्र में विद्युत आपूर्ति बाधित है। अधिकारी समस्या को लेकर सुनते नहीं हैं। लोगों की नाराजगी जायज है।
बाबूलाल खराड़ी, विधायक, झाड़ोल 55 किलोमीटर की दूरी
कोटड़ा जीएसएस समीपवर्ती जोधपुर डिस्कॉम की अंतिम लाइन से करीब 55 किलोमीटर की सप्लाई लाइन से जुड़ा है। जंगल क्षेत्र में बार-बार फॉल्ट की शिकायत रहती है। 132 केवी जीएसएस होगा तो फॉल्ट की समस्या कम हो सकती है।
राहुल त्रिवेदी, सहायक अभियंता, कोटड़ा
बीते कई दिनों से क्षेत्र में विद्युत आपूर्ति बाधित है। अधिकारी समस्या को लेकर सुनते नहीं हैं। लोगों की नाराजगी जायज है।
बाबूलाल खराड़ी, विधायक, झाड़ोल 55 किलोमीटर की दूरी
कोटड़ा जीएसएस समीपवर्ती जोधपुर डिस्कॉम की अंतिम लाइन से करीब 55 किलोमीटर की सप्लाई लाइन से जुड़ा है। जंगल क्षेत्र में बार-बार फॉल्ट की शिकायत रहती है। 132 केवी जीएसएस होगा तो फॉल्ट की समस्या कम हो सकती है।
राहुल त्रिवेदी, सहायक अभियंता, कोटड़ा