उक्त निर्णय सोमवार को महाराणा भूपाल हॉस्पिटल में नि:शुल्क जांच योजना की गुणवत्ता बेहतर करने के लिए अधीक्षक डॉ लाखन पोसवाल की अध्यक्षता में हुई बैठक में किए गए। बैठक में एमएनजेवाई में जांचों के गुणवत्ता स्तर को बनाए रखने, रोगियों के जांच नमूने लेने एवं रिपोर्ट हस्तान्तरित करने, बारकोडिंग लागू करने एवं ऑनलाइन रिपोर्ट जनरेट करने के बारे में चर्चा की गई। इसमें विभागाध्यक्षों व नर्सिंग प्रभारी ने हिस्सा लिया।
ये लिए निर्णय:
– वार्ड में मरीज के खून के नमूने लैब टेक्नीशियन वैक्यूटेलर से लेगा। – मरीजों के नमूनों को वार्ड से वार्ड बॉय/लैब टेक्नीशियन सेन्ट्रल लैब तक ले जाएगा और वहीं रिपोर्ट लेकर आएगा।
– नमूने की वायल पर मरीज का नाम, नम्बर भी लिखा जाए ताकि नमूने के बदलने की गलती नहीं हो।
– वार्ड में मरीज के खून के नमूने लैब टेक्नीशियन वैक्यूटेलर से लेगा। – मरीजों के नमूनों को वार्ड से वार्ड बॉय/लैब टेक्नीशियन सेन्ट्रल लैब तक ले जाएगा और वहीं रिपोर्ट लेकर आएगा।
– नमूने की वायल पर मरीज का नाम, नम्बर भी लिखा जाए ताकि नमूने के बदलने की गलती नहीं हो।
– वार्डों से ही रक्त नमूनों को लेने के लिए ठेकेदार के माध्यम से पर्याप्त लैब टेक्नीशियन लगाए जाएंगे। साथ ही अतिरिक्त वार्ड बॉय को लगाया जाएगा।
– बहिरंग व अन्तर्रंग विभाग के मरीजों की जांचों को चरणबद्ध रूप से ऑनलाइन किया जाएगा जिससे मरीजों एवं परिजनों को घर बैठे कम्प्यूटर पर जांच रिपोर्ट निकाल सकेंगे, वहीं वार्ड में चिकित्सक उन्हें ऑनलाइन देख सकेंगे।
– बहिरंग व अन्तर्रंग विभाग के मरीजों की जांचों को चरणबद्ध रूप से ऑनलाइन किया जाएगा जिससे मरीजों एवं परिजनों को घर बैठे कम्प्यूटर पर जांच रिपोर्ट निकाल सकेंगे, वहीं वार्ड में चिकित्सक उन्हें ऑनलाइन देख सकेंगे।
– लैब में कुछ अतिरिक्त प्रिन्टर्स लगने से सभी को प्रिन्ट रिपोर्ट ही मिलेगी। वार्डों में कम्प्यूटर निर्बाध रूप से सेवाएं दे सके, प्रभारियों को इसके लिए गंभीरता बरतने के निर्देश दिए गए हैं।