28 दिसंबर 2025,

रविवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

महाकाल में अनूठी अंताक्षरी, जिसमें गूंजी वेदों की वाणी

विक्रमोत्सव के तहत शुक्रवार को महाकाल प्रवचन हॉल में अनूठी अंताक्षरी प्रतियोगिता का आयोजन हुआ, जिसमें वेदों की वाणी गूंज उठी।

2 min read
Google source verification
patrika

mahakal,Mahakal Temple,ujjain mahakal,ujjain mahakal temple,Ujjain Mahakal Mandir,

उज्जैन. विक्रमोत्सव के तहत शुक्रवार को महाकाल प्रवचन हॉल में अनूठी अंताक्षरी प्रतियोगिता का आयोजन हुआ, जिसमें वेदों की वाणी गूंज उठी। सम्राट विक्रमादित्य को समर्पित विक्रमोत्सव संवत 2075 के अंतर्गत यह आयोजन ज्योतिषाचार्य पंचांगकर्ता पं. श्यामनारायण व्यास के संयोजन में संपन्न हुआ।

इन संस्थाओं का रहा सहयोग
पं. व्यास ने बताया कि इस वर्ष भी यह आयोजन अनुष्ठान मंडपम ज्योतिष अकादमी संस्कृति मंत्रालय भोपाल, विक्रमादित्य शोध पीठ उज्जैन, श्री महाकालेश्वर प्रबंध समिति, महर्षि पाणिनी संस्कृत विश्वविद्यालय, महर्षि सांदीपनि राष्ट्रीय वेद विद्या प्रतिस्ठान, संस्कृत विभाग विक्रम विश्वविद्यालय, शासकीय संस्कृत महाविद्यालय उज्जैन के संयुक्त तत्वाधान में आयोजित किया गया।

सबसे पहले नंदी हॉल में मंत्रांजलि
सुबह 9 बजे वेदिक बटुकों द्वारा श्री महाकालेश्वर मंदिर के नंदी हॉल में वेद मंत्रों के माध्यम से बाबा महाकाल को मंत्रांजलि अर्पण की गई। सुबह 10 बजे दीप प्रज्जवलन एवं वेद पूजन कर कार्यक्रम आरंभ हुआ। आयोजन में शुक्ल यजुर्वेद पर आधारित वैदिक मंत्रों की अंताक्षरी का आयोजन हुआ, जिसमें नगर एवं जिले के सभी वेद विद्यालय के वेदिक बटुकों ने सहभागिता की।

आयोजन को लेकर उत्साह
इस अवसर पर रामानुजकोट के श्रीमहंत रंगनाथाचार्या महाराज, प्रो. विरूपाक्ष जड्डीपाल, विक्रमादित्य शोध पीठ के निदेशक डॉ. भगवतीलाल राजपुरोहित, सिंध्या प्राच्य शोध संस्था के डॉक्टर बालकृष्ण शर्मा, डॉ. केदारनाथ शुक्ल, विधायक मोहन यादव, महाकाल मंदिर प्रबंध समिति की सहायक प्रशासक प्रीति चौहान, सदस्य विभाष उपाध्याय, प्रदीप गुरु , अशोक गुरु, सदानंद त्रिपाठी, पं. वासुदेव पुरोहित, पं. अधिश द्विवेदी, पं. गोपाल कृष्ण ? दवे, पं. चंदन गुरु आदि नगर के गणमान्यजन उपस्थित थे। संचालन पतंजलि कुमार पांडे ने किया।

अभिनंदन पत्र भेंटकर किया सम्मान
आयोजन के तहत वेद, कला, चिकित्सा, नृत्य, ज्योतिष, संगीत के क्षेत्र में अपना योगदान देने के लिए नृत्य में जयवी व्यास, गायन से शुभांगी दवे, वेद से पं. भरत पण्ड्या, पं आशुतोष शास्त्री, चिकित्सा के शेत्र में डॉक्टर सोनू शर्मा इंदौर, ज्योतिष और पुरातत्व से शीला व्यास का शॉल-श्रीफल और अभिनंदन पत्र भेंटकर सम्मानित किया गया। प्रतियोगिता के निर्णायक के रूप में पं. जयनारायण शर्मा, पं. विपुल शर्मा, पं. निलेश शर्मा आदि थे।

ये रहे प्रथम
प्रतियोगिता में प्रथन स्थान पर प्राच्य विद्या प्रतिष्ठान रहा, द्वितीय स्थान पर महर्षि कण्व वेद विद्यालय, तृतीय स्थान पर महर्षि श्रीश्री मोनी बाबा वेद विद्यालय रहा। सभी वेद पाठी बटुकों को नकद राशि व प्रमाणपत्र देकर पुरस्कृत किया गया।