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1 फरवरी से निशुल्क व्यवस्था बंद, महाकाल के दर्शन के लिए अब देने होंगे 250 रुपए

महाकाल मंदिर में प्रोटोकॉल व्यवस्था बंद कर दी गई है. अतिथियों को अब 250 रुपए की रसीद से ही मंदिर में प्रवेश दिया जाएगा, जबकि सामान्य दर्शनार्थियों के लिए यह व्यवस्था बंद रहेगी। यह नियम 1 फरवरी से लागू हो जाएगा।

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महाकाल मंदिर में प्रोटोकॉल व्यवस्था बंद

उज्जैन. महाकाल मंदिर में प्रोटोकॉल व्यवस्था बंद कर दी गई है. अतिथियों को अब 250 रुपए की रसीद से ही मंदिर में प्रवेश दिया जाएगा, जबकि सामान्य दर्शनार्थियों के लिए यह व्यवस्था बंद रहेगी। यह नियम 1 फरवरी से लागू हो जाएगा। हालांकि प्रोटोकॉल के अंतर्गत अति विशिष्ट दर्शनार्थियों के लिए निशुल्क दर्शन व्यवस्था लागू रहेगी। महाशिवरात्रि के पहले यहां शिव नवरात्रि मनाई जाएगी. नौ दिन की इस साधना में लाखों भक्त शामिल होंगे.

श्री महाकालेश्वर मंदिर में विभिन्न लोगों को प्रोटोकॉल के माध्यम से निशुल्क दर्शन कराए जाते हैं. इनके लिए कोटा भी निर्धारित है। अब प्रोटोकॉल के तहत दर्शन करने के लिए भी 250 रुपए का शुल्क चुकाना होगा। यह व्यवस्था 1 फरवरी से लागू हो जाएगी। प्रोटोकॉल में केवल अति विशिष्ट लोगों को ही निशुल्क दर्शन कराए जाएंगे। मंदिर प्रशासन ने 27 जनवरी को मंदिर प्रबंध समिति की बैठक में यह निर्णय ले लिया था।
सोमवार को नई व्यवस्था को 1 फरवरी से लागू करने का निर्णय लिया गया। इस संबंध में सूचना भी जारी कर दी गई है।

इन्हें मिलेगा निशुल्क प्रवेश
नई व्यवस्था में यहां आनेवाले साधु संत-महंत और महामंडलेश्वर के साथ शंकराचार्य, पीठाधीश्वर के अलावा प्रेस क्लब के सदस्य, मान्यता प्राप्त पत्रकार निशुल्क शीघ्र दर्शन व्यवस्था से मंदिर में प्रवेश कर सकेंगे। प्रोटोकॉल श्रेणी में आनेवाले अति विशिष्ट व्यक्ति भी निशुल्क प्रवेश कर सकेंगे। इन सभी के अतिरिक्त जो भी प्रोटोकॉल के तहत दर्शन के लिए आएंगे, उन्हें 250 रुपए प्रति व्यक्ति चुकाना होगा। दरअसल प्रोटोकॉल से दर्शन कराने के नाम पर खूब उगाही करने की शिकायतें मिल रहीं थीं। इससे मंदिर की व्यवस्थाएं भी बिगड़ रही थी और सामान्य लोगों को भी दर्शन में असुविधा होती थी।