Ujjain Mahakal Sawari: अवंतिका नगरी के राजा बाबा महाकाल सावन महीने की प्रथम सवारी पर प्रजा का हाल जानने और नगर भ्रमण पर निकल रहे हैं। आज यानी सोमवार को बाबा महाकाल की यह सवारी भी धूमधाम से नगर में निकाली जाएगी। इस सवारी में बाबा महाकाल पालकी में श्री चंद्रमौलेश्वर के रूप में विराजित होकर अपनी प्रजा को दर्शन देंगे। हर साल निकलने वाली सवारी को उज्जैन के नितिन परिहार ने मात्र 40 मिनट में बनाकर वर्ल्डवाइड बुक ऑफ रिकॉर्ड और इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड में सफलतापुर्वक अपना नाम दर्ज किया है।
नितिन परिहार उज्जैन के निवासी हैं और वह बताते हैं कि हर श्रावण सोमवार को उज्जैन में बाबा महाकाल की सवारी निकलती है जिसमें से अंतिम सवारी जो कि शाही सवारी के रूप में जानी जाती है जिसे प्रेरणा लेकर नितिन ने अपनी रचनात्मकता कौशल का प्रयोग करके बाबा महाकाल की विशाल शाही सवारी को इतने छोटे से पोस्टकार्ड पर उकेर दिया।
नितिन परिहार उज्जैन के शिप्रा फाइन आर्ट कॉलेज में बीएफ चतुर्थ वर्ष के छात्र हैं और वे प्रसिद्ध कलाकार डॉ. अभिषेक सिंह तोमर सर के मार्गदर्शन में चित्रकला का प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे हैं। नितिन के पिताजी लखन परिहार बताते हैं कि नितिन को बचपन से ही ड्राइंग और पेंटिंग में बहुत रुचि रही है। इस रुचि को उनके पिता लखन परिहार और माता रजनी परिहार ने बचपन में ही समझ लिया था। नितिन को ललित कला में रूचि है और इसी में आगे बढ़ाने के लिए प्रोत्साहित किया जिसका परिणाम स्वरूप उसने अपने परिवार के साथ उज्जैन शहर और मध्य प्रदेश का नाम रोशन किया है।
नितिन परिहार के चित्रों की प्रस्तुति मध्य प्रदेश के साथ-साथ जयपुर राजस्थान में भी अयोजित की जा चुकी है जहां पर उनके चित्रों को अनेक लोगों द्वारा देखा गया है और उनके चित्र आकर्षण का केंद्र बने हैं।
Updated on:
22 Jul 2024 10:16 am
Published on:
22 Jul 2024 10:14 am