
अतिक्रमणकारी की पैरवी करना विधायक के बेटे को पड़ेगा भारी, कलेक्टर दर्ज कराएंगे केस
उज्जैन/ मध्य प्रदेश के उज्जैन जिले की बड़नगर तहसील के फतेहपुर गांव में शासकीय भूमि पर अतिक्रमण का मामला गरमाता जा रहा है। मामले ने उस समय तूल पकड़ लिया, जब विधायक का बेटा अतिक्रमणकारी की पैरवी करने मौके पर पहुंच गया। शासकीय कार्य में बाधा डालने की वजह से अब जिला कलेक्टर आशीष सिंह ने कांग्रेस विधायक मुरली मोरवाल के बेटे करण मोरवाल के खिलाफ मामला दर्ज कराने की बात कह दी है। साथ ही, कलेक्टर ने ये भी ऐलान किया है कि, वो जल्द ही विधायक पुत्र को दो टूक जवाब देने वाली महिला पटवारी को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित भी करेंगे।
क्या है मामला?
दरअसल, जिले के फतेहपुर गांव में विष्णु चौधरी नामक व्यक्ति सरकारी जमीन पर अतिक्रमण कर मकान का निर्माण कर रहा है। अवैध निर्माण की जानकारी लगते ही महिला पटवारी पूजा परिहार मौके पर पहुंची और निर्माण कार्य रुकवा दिया। निर्माण बंद होने पर विधायक के पुत्र करण मोरवाल ने महिला पटवारी को फोन किया। उनकी बातचीत का ऑडियो भी वायरल हो गया, जिसमें करण चाहते थे कि पटवारी पूजा शासकीय भूमि पर अवैध निर्माण होने दें। निर्माण कार्य में अवरोध पैदा न करें। हालांकि, पटवारी ने विधायक पुत्र को इसपर जवाब दिया कि, वो किसी राजनीतिक दल के लिए नहीं, बल्कि प्रशासन के लिए काम करती हैं। वो किसी भी शर्त पर सरकारी जमीन पर अतिक्रमण नहीं होने देंगी।
महिला पटवारी और विधायक पुत्र की बातचीत वायरल
फोन पर बातचीत के दौरान महिला पटवारी ने विधायक पुत्र करण को बताया कि, जिस जमीन पर विष्णु चौधरी अवैध निर्माण कर रहे हैं, उसे पहले से ही एसडीएम कोर्ट ने शिशु मंदिर के लिए आवंटित किया हुआ है। मुन्ना नागर के पास उसके दस्तावेज हैं। जैसे ही करण ने मुन्ना नागर का नाम सुना तो वो पटवारी पर उखड़ पड़े। उन्होंने नाराजगी जताते हुए कहा कि, क्या आप मुन्ना नागर की नौकरी करती हैं? मुन्ना नागर गांव चलाता है क्या? सरकारी जमीन पर 10 काम चल रहे हैं। इसपर जवाब देते हुए पटवारी ने कहा- आप सुन लें, मैं किसी करण या कपिल मोरवाल की नौकरी नहीं करती। मैं सिर्फ शासन की नौकरी करती हूं। सरकारी जमीन पर अवैध निर्माण किसी शर्त पर नहीं होने दूंगी। उन्होंने करण से कहा कि, इस संबंध में आप मेरे बजाय आप तहसीलदार से बात करें। अगर वो निर्माण जारी रखने को कह देंगे, तो काम नहीं रुकने दिया जाएगा। क्योंकि, अधिकारी वही हैं।
...तो दर्ज होगा केस
मामले की जानकारी देते हुए कलेक्टर आशीष सिंह ने कहा कि, महिला पटवारी और विधायक पुत्र की बातचीत का वायरल ऑडियो उन्होंने भी सुना है। उन्होंने कहा कि, साफतौर पर कोई भी सरकारी अधिकारी शासकीय भूमि पर अतिक्रमण रोकने का अधिकार नहीं रखता। महिला पटवारी ने शासन के हित में काम किया। उन्होंने शासकीय भूमि की महत्ता समझी। अभी वो छुट्टी पर गई हुई हैं। जैसे ही वो वापस लौटेंगी उनसे आवेदन लेकर विधायक के बेटे के खिलाफ शासकीय कार्य में बाधा डालने का केस दर्ज कराया जाएगा।
Updated on:
28 Nov 2020 07:14 pm
Published on:
28 Nov 2020 07:06 pm
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