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जितेंद्रसिंह चौहान
उज्जैन। अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष रवींद्र पुरी महाराज ने राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा पर बड़ा कटाक्ष किया। उन्होंने कहा कि, गांधी की यात्रा अच्छी बात है लेकिन वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की वजह से हिंदू बने हैं, इसलिए राम और शिव मंदिरों में मत्था टेक रहे हैं। रवींद्रपुरी महाराज ने उनकी भारत जोड़ो यात्रा के राजनीतिक मायने पर यह कहकर भी सवाल उठाए कि देश में दूसरी पार्टी जीतकर आएगी तो हिंदुओं का क्या होगा?
उन्होंने हिंदुओं को भी आग्रह किया कि उन्हें देखना है कि क्या करना है। रवींद्र पुरी ने यहां भी स्पष्ट कर दिया कि‘मोदी है तो हिंदू सुरक्षित है।’ एक बार फिर उज्जैन को धार्मिक नगरी बनाने और इसके लिए मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान के सामने मुद्दा उठाने की बात कही। बिहार के मंत्री द्वारा रामचरित्र मानस के दोहे पर उठे विवाद पर कहा कि यह हिंदुओं को बांटने की साजिश है। उन्होंने देशभर में हिंदुत्व, जोशीमठ आपदा तथा शिप्रा सहित अन्य मुद्दों पर पत्रिका से खुलकर अपनी बात रखी।
पत्रिका: उज्जैन शहर को पवित्र नगरी बनाने की मांग लंबे समय से की जा रही है, अखाड़ा परिषद का क्या मत है?
जवाब : हम लंबे समय से उज्जैन को पवित्र व धार्मिंक नगरी बनाने की मांग कर रहे हैं। इस संबंध में मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान से भी संपर्क में है और उनसे फिर मांग करेंगे। उज्जैन ही नहीं पूरा सिंहस्थ क्षेत्र पवित्र घोषित हो।
पत्रिका : राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा को आप किस तरह देखते हैं?
जवाब : राहुलजी हिंदू हो रहे हैं। वह भारत जोड़ो यात्रा में भगवान शिव और राम की उपासना कर रहे हैं, यह अच्छी बात है। वह प्रधानमंत्री मोदी की वजह से हिंदू बने हैं और जनेऊ धारण कर रहे हैं।
पत्रिका: भारत जोड़ो यात्रा से क्या बदलाव देखते हैं?
जवाब : जब तक मोदीजी हैं, तब तक हम सुरक्षित हैं। भविष्य में कोई ओर आता है, कोई और पार्टी आती है तो हमारा क्या होगा? यह हम सभी को देखना चाहिए। मोदीजी ही देशी की सनातनों की रक्षा कर सकते हैं।
पत्रिका: बिहार के मंत्री ने तुलसीदास के दोहे पर टिप्पणी की है, उसे आप किस तरह देखते हैं?
जवाब : मैंने मंत्री की बात सुनी है। तुलसीदासजी ने जो कहा है, उसे उठाने की जरूरत नहीं है। यह बात हिंदुओं को विभाजित करने उठाई जाती है, ताकि हम बंट जाएं और वे लोग हम लोगों पर हावी हो जाएं। जितने भी हिंदू हैं उन्हें जाति-पाति से ऊपर उठकर एक होना चाहिए।
पत्रिका: अखाड़ा परिषद अर्ध कुंभ की तरह अर्ध सिंहस्थ भी आयोजित करने के पक्ष में है?
जवाब : अर्ध सिंहस्थ की परंपरा नहीं है। मेरा सुझाव है कि इसे राज्य सरकार अपने स्तर पर आयोजित करे। जैसा छत्तीसगढ़ की सरकार देशभर के साधु-संतों को अपने यहां बुलाती है। मप्र में भी सरकार इस तरह का आयोजन कर सकती है।
पत्रिका: शिप्रा नदी उद्धार के लिए क्या प्रयास कर रहे हैं?
जवाब : शिप्रा नदी मोक्षदायिनी है, इसे लेकर प्रधानमंत्री मोदी और सीएम शिवराज भी चिंतित हैं। इस दिशा में अखाड़ा परिषद अपनी बात रखता आया है कि शिप्रा का जल स्वच्छ हो और वह प्रवाहमान बनें।
पत्रिका: जोशीमठ में पहाड़ दरकना के पीछे क्या वजह मानते हैं?
जवाब: हमारे उत्तराखंड में पहाड़ मिट्टी के बने हुए हैं, यहां पर होटल व मकान बगैर अनुमति के बने हैं। जोशीमठ जैसा अन्य जगह भी पहाड़ धंस रहे हैं। सरकार को चाहिए कि पहाड़ों को ट्रीटमेंट करें और वहां सर्वे कर अनियंत्रित विकास को रोकें।
Updated on:
17 Jan 2023 03:55 pm
Published on:
17 Jan 2023 03:52 pm
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