
बहन की हत्या के आरोप में इंगोरिया थाने में बंद युवक ने गटक लिया था फिनाइल
उज्जैन। इंगोरिया थाने में फिनाइल पीने वाले युवक ने इंदौर के चोइथराम अस्पताल में इलाज दौरान दम तोड़ दिया। गुरुवार को जिला अस्पताल से उसे इंदौर रेफर किया गया था। शुक्रवार दोपहर उसकी वहां मौत हो गई। इस मामले में इंगोरिया थाना पुलिस की बड़ी चूक सामने आई है। अपनी बहन की हत्या के आरोप में थाने में बंद आरोपी के आत्महत्या कर लेने पर टीआई सहित ड्यूटी दे रहे पुलिसकर्मी कटघरे में हैं। इधर मामले में छह पुलिसकर्मी तो तत्काल निलंबित कर दिए गए थे। शुक्रवार को टीआई प्रकाश वास्कले को भी निलंबित कर दिया गया। एसपी सचिन अतुलकर ने मामले में विभागीय जांच भी शुरू करवा दी है। वहीं एएसपी ग्रामीण अंतरसिंह कनेश ने बतया कि मामले में मजिस्ट्रियल जांच शुरू हो गई है।
इंगोरिया थाना क्षेत्र के ग्राम उंटवास निवासी भरत पिता हीरालाल मीणा ने थाने के बॉथरूम में रखा फिनाइल गटक लिया था। हालत बिगडऩे पर पुलिस उसे जिला अस्पताल उज्जैन लाई थी, स्थिति नाजुक बनने पर चिकित्सकों ने उसे इंदौर रेफर कर दिया था। जहां चोइथराम अस्पताल में शुक्रवार को भरत की मौत हो गई। पुलिस ने अपनी ही १७ वर्षीय बहन उमा की हत्या के आरोप में भरत व इसमें शामिल उसके पिता हीरालाल को गिरफ्तार किया था। उमा की ३ सितंबर को मौत हुई थी। पीएम रिपोर्ट में खुलासा हुआ था कि इसकी मौत गला घोंटने से हुई है। पिता-पुत्र का उमा से रुपए मांगे जाने को लकर विवाद हुआ था। पुलिस का कहना है कि इसी में दोनों ने मिलकर उमा की हत्या कर दी।
पीएम रिपोर्ट आने पर स्पष्ट होगा कारण
पुलिस ने भरत के शव का भी पीएम कराया है। इसकी विस्तृत रिपोर्ट आने पर ही इसके द्वारा पीए गए पदार्थ की जानकारी सामने आएगी। हालांकि प्रथम दृष्टया तो स्पष्ट है कि थाने के बॉथरूम में रखे फिनाइल को ही इसने पीया है लेकिन शरीर पर यदि किसी तरह की चोट या समस्या होगी तो वह भी रिपोर्ट में सामने आएगी।
Published on:
14 Sept 2019 06:00 am
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