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अंगीठी बन गई मृत्यु की शैय्या

घर में अकेले आग तापना वृद्ध को पड़ा महंगा

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Fireplace became bed of death

Fireplace became bed of death

उमरिया. घर पर चूल्हे में आग ताप रहे वृद्ध की मौत आग की चपेट में आने से हो गयी है। इस घटना में वृद्ध का चेहरा सहित शरीर का अधिकांश भाग आग की चपेट में आया है। जिसके बाद उसकी मौके पर ही मौत हो गयी है। इस मामले में दुखद पहलू यह है कि घटना के दौरान कोई भी उसे बचाने वाला घर पर मौजूद नही था। हृदय विदारक हुई इस घटना को लेकर बताया जाता है कि मानपुर थाना अंतर्गत ग्राम खैरवार टोला में 80 वर्षीय वृद्ध पूरन पिता स्व. मोती केवट तेज ठंड होने की वजह से घर पर अंगीठी जलाकर आग ताप रहा था। इसी दौरान वृद्ध अंगीठी में गिर गया, समय रहते अपने को बचा पता उससे पहले आग शरीर के अधिकांश हिस्सों को चपेट में ले ली। इस दौरान वृद्ध ने अपने को बचाने काफी गुहार लगाई, लेकिन घर पर कोई नही होने की वजह से मौके पर ही अग्निदग्धा पीडि़त वृद्ध की मौत हो गयी है। इस मामले में यह भी बताया जाता है कि मृतक वृद्ध अपने छोटे लड़के तीरथ प्रसाद केवट के घर पर ही रहता था। घटना के दौरान किन्ही कारणों से पूरा परिवार अन्यत्र गया हुआ था। मंगलवार की शाम 7 बजे हुई इस विभत्स घटना की जानकारी परिवार जनों को तब लगी, जब वह वापस घर पहुंचे। इस मामले में पुलिस ने बताया कि आवश्यक कार्यवाही कर पीएम आदि करा शव को परिजनों को सौंपा है और मामले की विवेचना की जा रही है।
बिजली के झटकों से झुलसा युवक
बिरसिंहपुर पाली. संजय गांधी ताप विद्युत गृह मंगठार पाली में कार्यरत ओमप्रकाश महोबिया काम के दौरान करंट लगने से बुरी तरह झुलस गया। जानकारी मुताबिक ओमप्रकाश पावर हाउस दो में इलेक्ट्रिकल आपरेटर के पद पर पदस्थ है। मंगलवार को दोपहर जब किसी काम हेतु बिजली बंद करने परमिट मांगा गया था। जिससे वह बिजली प्रवाह को बंद करने गया और जैसे ओमप्रकाश ने फ्यूज स्विच निकाला वैसे ही बिजली के झटके उसके चेहरे व दाएं हाथ की हथेली पर लगे। जिससे वह अचेत हो गया। इसके बाद सहकर्मियों के द्वारा बोर्ड की ही हॉस्पिटल उपचार हेतु ले जाया गया। जहां ईलाज की समुचित व्यवस्था न होने की वजह से उसे शहडोल श्रीराम हास्पीटल ले जाया गया। जहां उसका ईलाज चल रहा है। इस घटना से विद्युत गृह सुरक्षा की लापरवाही की पोल खुलते दिख रही है। अगर बिजली बंद करने गया कर्मचारी यदि हैंड ग्लब्स पहने हुए होता तो शायद आज वह इस घटना का शिकार न होता।