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हिट एंड रन कानून‌ के खिलाफ रोडवेज बस का चक्का जाम, प्राइवेट बस भी हड़ताल पर

नए व्हीकल एक्ट के खिलाफ ड्राइवर में जबरदस्त आक्रोश है। उन्होंने कानून के साथ सड़कों की स्थिति पर भी सवाल उठाया। इसे काला कानून बताया।

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हिट एंड रन कानून‌ के खिलाफ रोडवेज बस का चक्का जाम, प्राइवेट बस भी हड़ताल पर

हिट एंड रन कानून‌ के खिलाफ रोडवेज बस का चक्का जाम, प्राइवेट बस भी हड़ताल पर

उत्तर प्रदेश के उन्नाव में केंद्र सरकार के नए कानून परिवहन कानून के खिलाफ चक्का जाम कर दिया। लखनऊ कानपुर हाईवे पर जाम लगा दिया। देखते देखते जाम काफी लंबा हो गया। हाईवे जाम की खबर मिलते ही पुलिस महकमा में हलचल मच गई। मौके पर पहुंची पुलिस टीम ने चालकों को समझने का प्रयास किया। इस दौरान दोनों पक्षों में नोंकझोक भी हुई। कड़ी मशक्कत के बाद जाम को खुलवाया जा सका। मामला सदर कोतवाली क्षेत्र के गदन खेड़ा चौराहे का है। उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम की बसें भी सड़क से गायब हो गई। जिससे यात्रियों को भी काफी परेशानी का सामना करना पड़ा।

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उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम की बसों में भी हड़ताल का असर देखा गया। स्थानीय डिपो में दिन भर बेस गायब रही शाम को लगभग 6 बजे बड़ी संख्या में यात्री बस अड्डे पहुंचे रहे थे लेकिन उन्हें बस नहीं मिली मौके पर मिले कंडक्टर ने बताया कि आज एक भी बस उन्नाव डिपो से नहीं निकली है।

बस डिपो पर भी सन्नाटा

बस डिपो में लगे सूचना पैट के अनुसार डिपो से रोजाना 52 बेस दिल्ली मौरावां, हसनगंज, रायबरेली, सरेनी, भगवंत नगर, कालूखेड़ा, ऊंच गांव, भोजपुर आदि सहित अन्य मार्गों के लिए निकलती हैं। ‌लेकिन नए कानून के खिलाफ चालकों में जबरदस्त नाराजगी दिखी और वह हड़ताल पर चले गए। लेकिन कोई भी ड्राइवर आगे आकर बोलने को तैयार नहीं हुआ। एआरएम से संपर्क करने का प्रयास किया गया। लेकिन उन्होंने मोबाइल नहीं उठाया।

प्राइवेट गाड़ियों के चालक भू हड़ताल पर

प्राइवेट वाहन चालकों ने भी नए कानून के खिलाफ हड़ताल की। जिसमें एंबुलेंस, ई-रिक्शा, ट्रक चालक भी शामिल हुए। सदर कोतवाली क्षेत्र के गदन खेड़ा चौराहे पर चालकों ने बेतरतीब वाहनों को खड़ा कर जाम लगा दिया। चालकों का कहना था कि अल्प वेतन में वह लोग काम करने वाले हैं। कठिन परिस्थितियों में वह लोग वहां चलते हैं। सड़क भी मानक के अनुरूप नहीं है। अवैध कट, उलटी दिशा से आने वाले वाहन सभी कुछ रास्ते पर होता है।हमेशा बड़ी गाड़ियों को ही कसूरवार ठहराया जाता है। ‌ऐसे में यह कानून जब तक खत्म नहीं किया जाता है। तब तक सुबह स्टेयरिंग पर वापस नहीं लौटेंगे। ‌