
पकड़ी गई कच्ची दारू की भट्टी, वीडियो में देखिए जंगल में कैसे बनाते हैं अवैध शराब
उन्नाव. अवैध शराब बनाने का कार्य जनपद में बदस्तूर जारी है। शराब के अवैध कारोबार में लगे लोगों के खिलाफ लचर कार्रवाई के कारण ही उनके हौसले बुलंद हैं। यदाकदा थाना पुलिस कार्रवाई करके अपनी पीठ भले ही थपथपा लेती है। लेकिन इस अवैध कारोबार पर किसी प्रकार की रोक लगते नहीं दिख रहा है। मौरावा थाना पुलिस ने इसी प्रकार के अवैध घरेलू उद्योग के रूप में बनाई जा रहे अवैध फैक्ट्री को बरामद कर बड़ी संख्या में लहन को नष्ट किया है। खेतों के बीच बनाई जा रही अवैध शराब के साथ मौके पर बनी बनाई अवैध शराब बरामद हुई है। मौरावा थाना पुलिस ने खेतों के बीच बनाई जा रही अवैध शराब की भट्टी को नष्ट किया है। इस मौके पर एक अभियुक्त भी गिरफ्तार किया गया। मौरावां थाना क्षेत्र के ऐसे तमाम गांव हैं जो कच्ची शराब बनाने के लिए कुख्यात है जिसमें बड़े पैमाने पर कच्ची शराब बनाई जाती है और दूर दूर तक देखने को जाती है मोटरसाइकिल में बड़े बैग में आधा आधा लीटर 1 लीटर के प्लास्टिक के पाऊच बनाकर इन की बिक्री की जाती है।
मौरावां पुलिस ने 4 कुंतल लहन किया नष्ट
अवैध शराब के विरूद्ध चलाए जा रहे अभियान के तहत मौरावा थाना पुलिस ने बसाह तालाब के किनारे जंगल में छापामार कार्रवाई की। जहां पर मौके पर सुलग रही भट्टी पुलिस ने बरामद की। इस मौके पर पुलिस ने अशोक पासी पुत्र श्रीकेशन पासी निवासी हिम्मतपुर थाना मौरावा को गिरफ्तार किया। मौरावां थाना पुलिस को मौके से 40 लीटर अवैध कच्ची शराब बरामद हुई। इसके साथ ही भट्टी, अवैध शराब बनाने में काम आने वाले उपकरण के साथ मौके पर 4 कुंतल लहन बरामद हुआ। थानाध्यक्ष मौरावा ने बताया कि बरामद की गई भट्टी और लहन को मौके पर नष्ट कर दिया गया। पकड़े गए अभियुक्त के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जा रही है। पुलिस टीम में थानाध्यक्ष अमित तोमर के अलावा जोधा लाल, रामविशाल महबूब अली, कृष्णदेव आदि जवान साथ थे।
मौरावां थाना क्षेत्र में बड़े पैमाने पर होता है कच्ची दारू का व्यवसाय
मौरावा थाना क्षेत्र तमाम ऐसे गांव है जहां कच्ची दारू का व्यवसाय कुटीर उद्योग का रूप ले चुका है। इस व्यवसाय में महिलाओं का भी महत्वपूर्ण योगदान है।जो निर्माण कार्य के साथ बाजार को भी संभालती हैं। गांव में लगने वाली बाजारों में शराब की बिक्री की जाती है। यदि इमानदारी से कच्ची दारू के खिलाफ अभियान चलाया जाए तो बड़े पैमाने पर इससे जुड़े लोग कानून के शिकंजे में आ सकते हैं। मौरावा के साथ पुरवा कोतवाली क्षेत्र मैं भी कच्ची दारू का व्यापार होता है। मोटरसाइकिल में बड़े बैग में प्लास्टिक पाउच में दारू बंद करके बिक्री की जाती है।मोटरसाइकिल वाले इसके लिए अड्डा बनाए हैं। जहां कच्ची दारू की बिक्री होती है। समय के साथ अवैध कच्ची दारू का व्यवसाय भी बड़े पैमाने पर हाईटेक तरीके से फल फूल रहा है जिस का एक नमूना आप वीडियो में देख सकते हैं।
Published on:
27 Dec 2017 08:33 am
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