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Chhath Special Trains: छठ के बाद सुरक्षित वापसी की तैयारी: घर लौटेंगे श्रद्धालु, रेल चलाएगी 6 हज़ार से ज्यादा स्पेशल ट्रेनें

Chhath Special Train Indian Railways: छठ महापर्व के बाद घर वापसी करने वाले यात्रियों की सुविधा हेतु भारतीय रेल ने लखनऊ सहित उत्तर प्रदेश और बिहार के प्रमुख स्टेशनों पर व्यापक इंतज़ाम किए हैं। भीड़ प्रबंधन और सुरक्षित यात्रा को ध्यान में रखते हुए 6,000 से अधिक विशेष ट्रेनें चलाई जाएंगी, जिससे श्रद्धालुओं को सुगम व आरामदायक लौटने का अवसर मिलेगा।

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लखनऊ

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Ritesh Singh

Oct 25, 2025

भीड़ नहीं बनेगी समस्या: त्योहार बाद लौटने पर विशेष ट्रेनों का इंतज़ाम (फोटो सोर्स : AI)

भीड़ नहीं बनेगी समस्या: त्योहार बाद लौटने पर विशेष ट्रेनों का इंतज़ाम (फोटो सोर्स : AI)

Chhath Special Trains 2025: चार दिवसीय पवित्र पर्व छठ महापर्व (25 –28 अक्टूबर 2025 ) के समापन के बाद लौटने वाले श्रद्धालुओं की सुविधा एवं सुरक्षा के लिए Indian Railways ने उत्तर प्रदेश तथा बिहार के प्रमुख रूटों पर व्यापक इंतज़ाम किए हैं। पर्व के समापन तिथि 28 अक्टूबर के बाद यात्रियों की भीड़ और ट्रैफिक को ध्यान में रखते हुए रेलवे ने लगभग 6,000 से अधिक विशेष ट्रेनें संचालित करने का ‘महा-प्लान’ तैयार किया है।

स्पेशल ट्रेनें के साथ-साथ रेलवे ने लखनऊ सहित गोरखपुर, बनारस, बलिया, प्रयागराज जैसे प्रमुख जंक्शनों पर भीड़ प्रबंधन, मौसम-रोधी इंतज़ाम, टिकटिंग काउंटर एवं होल्डिंग एरिया जैसी सुविधाएँ भी पूरी कर ली हैं ताकि त्योहार के बाद लौटने वाले यात्रियों को किसी प्रकार की असुविधा न हो।

बड़ी संख्या में विशेष ट्रेनें चलने का लक्ष्य

रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने इस वर्ष दिवाली एवं छठ पर्व के मद्देनज़र बताया कि रेलवे देशव्यापी तौर पर लगभग 12,000 से अधिक विशेष ट्रेनें चलाएगा।  इनमें मुख्य रूप से उत्तर प्रदेश-बिहार रूट विशेषाधिकार प्राप्त हैं। मीडिया स्रोतों के अनुसार इन ट्रेन सेवाओं का उद्देश्य है त्योहार के बाद घर लौटने वाले यात्रियों की आवाजाही को सुगम बनाना, अतिरिक्त सीट/कोच मुहैया कराना तथा भीड़ को नियंत्रित करना।

उदाहरण के लिए, झारखंड-गोरखपुर के लिए विशेष ट्रेन (No.08629/86 630) चलाई जा रही है, जो 18 अक्टूबर से 1 नवंबर तक प्रत्येक शनिवार रवाना होगी।

लखनऊ एवं उत्तर प्रदेश-बिहार के जंक्शन पर व्यवस्था

लखनऊ समेत प्रदेश के अन्य प्रमुख रेलवे स्टेशनों पर यात्रियों की सुविधा व सुरक्षा हेतु विशेष इंतज़ाम किये गए हैं:

  • अतिरिक्त ऑटोमेटिक टिकट वेंडिंग मशीनें, पीआरएस काउंटर एवं मोबाइल टिकटिंग सुविधा उपलब्ध।
  • मौसम-रोधी होल्डिंग एरिया तैयार किए गये हैं जिनमें यात्रियों के बैठने, पेयजल, स्वच्छता की उत्तम व्यवस्था है।
  • स्टेशन परिसर में Railway Protection Force (आरपीएफ) सहित सुरक्षा बल तैनात, कंट्रोल रूम (24 ×7 ) व क्यू-मैनेजमेंट सिस्टम चालू।
  • प्रमुख 30  से अधिक स्टेशनों पर ‘वॉर-रूम’ स्थापित कर वास्तविक समय में यातायात, ट्रेन संचालन एवं अप्रत्याशित स्थिति पर निगरानी रखी जा रही है।
  • इन तैयारियों के पीछे यह उद्देश्य है कि त्योहार के उपरांत लौटने वाले हजारों यात्रियों की सहज, सुरक्षित एवं समय-बद्ध यात्रा सुनिश्चित हो सके।

यात्रा करने वाले श्रद्धालुओं के लिए सुझाव

  • यात्रियों के दृष्टिगत रेलवे ने कुछ सुझाव दिए हैं ताकि उनकी यात्रा परेशानी-रहित हो सके:
  • टिकटिंग के समय विशेष ट्रेनों की लिस्ट व रूट की जानकारी रेलवे की ऑफिशियल वेबसाइट या IRCTC ऐप पर अवश्य देखें।
  • होल्डिंग एरिया और स्टेशन पर सुरक्षा संबंधी निर्देशों का पालन करें।
  • वापसी यात्रियों को विशेष ट्रेनों एवं अतिरिक्त कोच के बारे में जानकारी पहले से प्राप्त कर लेनी चाहिए।
  • भीड़ वाले समय में अपने सामान एवं परिवार की सुरक्षा पर विशेष ध्यान रखें।

लौटने वाला जनसैलाब

परंपरागत रूप से छठ महापर्व के बाद लौटने वालों की संख्या काफी अधिक होती है,बहुसंख्यक श्रद्धालु बिहार, पूर्वी उत्तर प्रदेश तथा अन्य इलाके से आते-जाते हैं। इस वर्ष लौटने वालों की संख्या में और बढ़ोतरी की संभावना जताई जा रही है, और इसके मद्देनज़र रेलवे तथा संबंधित विभागों ने सह-सहायता की तैयारियाँ पूरी कर ली हैं। रेलवे सूत्रों के अनुसार, विशेष ट्रेनों का प्रभार 28  अक्टूबर के बाद विशेष रूप से बढ़ाया जाएगा, ताकि घाटों से लौटने वालों को लंबी प्रतीक्षा या ट्रेन न मिलने जैसी स्थिति का सामना न करना पड़े।

चुनौतियाँ और प्रबंधन

हालांकि इस तरह का लॉजिस्टिक ऑपरेशन आसान नहीं है। रेलवे को निम्नलिखित चुनौतियों से निपटना होता है:

  • ट्रेनों का समय-समन्वय एवं ट्रैक उपलब्धता।
  • अतिरिक्त कोच एवं कोविड/स्वास्थ्य प्रोटोकॉल की दिशा में तैयारियाँ।
  • स्टेशन परिसर में भीड़ नियंत्रण, विशेषकर वापसी के समय।
  • मौसम (बारिश/सर्दी) के दौरान होल्डिंग एरिया में यात्रियों की सुविधा।
  • सुरक्षा-परेशानियों एवं अप्रत्याशित घटना-स्थिति के लिए तत्पर रहना।
  • रेलवे ने इन चुनौतियों के समाधान हेतु ‘महा-प्लान’ तैयार किया है, जिसमें १२,००० से अधिक विशेष ट्रेनें, अतिरिक्त कोचिंग, होल्डिंग एरिया, क्यू-मैनेजमेंट, वॉर-रूम एवं सुरक्षा बल शामिल हैं।

श्रद्धालुओं की यात्रा अनुभव को बेहतर बनाने की दिशा

यात्रियों की यात्रा अनुभव को बेहतर बनाने के लिए रेलवे ने कुछ उपरोक्त सुविधाओं के अतिरिक्त निम्नलिखित पहलियाँ शुरू की हैं:

  • ठण्ड और बारिश से बचाव हेतु होल्डिंग एरिया में छत, सिटिंग व हीटिंग सुविधा।
  • स्टेशन परिसर व प्लेटफार्मों पर साफ पानी व पेयजल व्यवस्था।
  • सफाई व स्वच्छता व्यवस्था लगातार मॉनिटर की जा रही है।
  • स्टेशन पर चिकित्सा बूथ, हेल्प-डेस्क व बच्चों/वरिष्ठ नागरिकों के लिए विशेष इंतज़ाम।
  • टिकट संबंधी प्रश्नों और ट्रेन समय बदलाव की जानकारी हेतु मोबाइल ऐप व सोशल-मीडिया चैनल सक्रिय।
  • इस तरह से रेलवे ने ‘यात्रा सुविधा’ को प्राथमिकता देते हुए प्रयास किया है कि श्रद्धालुओं की वापसी सुगम और सुरक्षित हो।

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