
कौशांबी, प्रयागराज, लखनऊ, गाजियाबाद समेत पूर्वांचल से लेकर पश्चिमी यूपी तक मौसम विभाग की चेतावनी, मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को राहत कार्यों में तत्परता बरतने का दिया निर्देश।
UP Weather Update: उत्तर प्रदेश के मौसम ने अचानक करवट ले ली है। भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने गुरुवार को राज्य के 20 से अधिक जिलों में आगामी पांच दिनों तक तेज बारिश, आंधी और बिजली गिरने की चेतावनी जारी की है। इसके तहत येलो अलर्ट घोषित किया गया है, जो जनता और प्रशासन दोनों के लिए सतर्कता का संकेत है। मौसम विभाग की रिपोर्ट के अनुसार पूर्वांचल से लेकर पश्चिमी यूपी तक के जिलों में मौसम का यह मिजाज बना रहेगा। आज शुक्रवार को लखनऊ मंडल के कई क्षेत्रों में सुबह से ही ठंडी हवा और हल्की फुहारों ने मौसम को सुहाना बना रखा हुआ है।
आईएमडी द्वारा जारी येलो अलर्ट में कौशांबी, प्रयागराज, फतेहपुर, मिर्जापुर, वाराणसी, आजमगढ़, गाजीपुर, जौनपुर, गोरखपुर, देवरिया, कुशीनगर, लखनऊ, उन्नाव, कानपुर, गाजियाबाद, नोएडा, मेरठ, बुलंदशहर, मुरादाबाद, बरेली, शाहजहांपुर और आसपास के जिले शामिल हैं।
पिछले दो दिनों में प्रदेश में आकाशीय बिजली गिरने की घटनाएं बढ़ी हैं। चित्रकूट और प्रयागराज में अलग-अलग घटनाओं में 4 लोगों की मौत और 7 से अधिक घायल होने की खबर है। इस स्थिति ने ग्रामीण इलाकों में दहशत का माहौल बना दिया है। किसान खेतों में जाने से डर रहे हैं और ग्रामीण घरों से बाहर निकलने में परहेज कर रहे हैं।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बदलते मौसम के परिप्रेक्ष्य में सभी जिलों के अधिकारियों को सख्त निर्देश जारी किए हैं। उन्होंने कहा कि आंधी, ओलावृष्टि, बिजली गिरने जैसी प्राकृतिक आपदाओं से प्रभावित लोगों को तुरंत राहत पहुंचाई जाए। संबंधित विभागीय अधिकारी क्षेत्र में भ्रमण कर नुकसान का तत्काल सर्वे करें और शासन को रिपोर्ट भेजें।
मुख्यमंत्री ने यह भी निर्देशित किया कि किसी भी प्रकार की जनहानि या पशु हानि की स्थिति में त्वरित आर्थिक सहायता दी जाए। घायलों का समुचित उपचार सुनिश्चित हो। जलजमाव की स्थिति बनने पर तत्काल जल निकासी की व्यवस्था प्राथमिकता पर होनी चाहिए। सीएम ने यह भी कहा कि फसल क्षति का आकलन कर किसानों को उचित मुआवजा दिया जाए।
कई जिलों से मिली जानकारी के अनुसार गेहूं की कटाई के बाद खेतों में रखा अनाज बारिश से भीग चुका है। विशेषकर बलिया, अयोध्या, अमेठी और जौनपुर जिलों में खेतों में ही खुले में रखा गेहूं भीगने से खराब हो गया है। किसानों ने प्रशासन से मदद की मांग की है।
प्रशासनिक सूत्रों के अनुसार मौसम की गंभीरता को देखते हुए कई जिलों में स्कूलों को आगामी दो दिन के लिए बंद करने पर विचार चल रहा है, विशेषकर कक्षा 1 से 8 तक के बच्चों के लिए। पहले भी आंधी-तूफान के पूर्वानुमान पर यह कदम उठाया गया है।
संभावित आपदा से निपटने के लिए एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीमों को हाई अलर्ट पर रखा गया है। राहत आयुक्त कार्यालय ने सभी जिलाधिकारियों को निर्देश जारी कर दिए हैं कि वे सभी आपदा से निपटने वाले संसाधनों को तैयार रखें।
मौसम विभाग के अनुसार पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव से ही पूरे उत्तर भारत में मौसम का मिजाज बदला है। इसके कारण नमी वाली हवाएं बंगाल की खाड़ी और अरब सागर से उत्तर प्रदेश की ओर बढ़ रही हैं, जिससे बारिश और तूफान की आशंका बनी हुई है।
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Updated on:
02 May 2025 02:43 pm
Published on:
02 May 2025 02:35 pm
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