
bhumi dosh kya hota hai: भूमि दोष क्या होता है
Bhumi Dosh Ke Lakshan: जयपुर के वास्तुविद डॉ. अनीष व्यास के अनुसार किसी मकान के निर्माण में भूमि दोष की अनदेखी की गई है तो वह यहां रहने वालों के पारिवारिक जीवन में कई परेशानियां लेकर आ सकता है (Bhumi Dosh Kya Hota Hai) । वास्तु शास्त्र में वैसे तो कई तरह के दोष बताए गए हैं, लेकिन भूमि दोष इन सब में सबसे घातक माना गया है। इस दोष के होने से घर के सभी लोग प्रभावित होते हैं। इसलिए वक्त रहते भूमि दोष का निवारण करना चाहिए।
वास्तु विशेषज्ञ डॉ. अनीष व्यास के अनुसार भूमि की तीन तरह की अवस्थाएं होती हैं। जागृत अवस्था, सुप्त अवस्था और मृत अवस्था। भूमि की इन तीनों अवस्थाओं को आपकी जन्म कुंडली के ग्रहों के अनुसार देखा जाता है कि भूमि की अवस्था किस प्रकार की है। कई भूमि ऐसी भी होती है जो मृत होती है और फिर वह सुसुप्त होती है और बाद में जागृत हो जाती है। भूमि की इन अवस्थाओं का परीक्षण शनि व गुरु के गोचर के द्वारा देखा जाता है।
वास्तु विशेषज्ञ डॉ. अनीष व्यास ने बताया कि प्रत्येक स्थान का वायुमंडल, वातावरण और मनोस्थिति से भी जुड़ा है। शास्त्रों में क्षेत्र शुद्धि को बहुत महत्वपूर्ण माना गया है। कुछ स्थान जैसे मंदिरों में भक्ति के परमाणु अधिक होते है, इसलिए वहां जाने से भक्ति जागृत होती है और मन शांत रहता है। कुछ स्थान ज्ञान-प्रधान होते हैं तो कुछ कर्म प्रधान कई जगह जाकर मन में दया भाव आ जाता है, तो कुछ स्थानों पर जाकर मन में वीरता के भाव जागृत होते हैं। मन में यह सभी भाव अलग-अलग भूमि के कारण ही जागृत होते हैं।
डॉ. व्यास के अनुसार वास्तु शास्त्र में कहा गया है कि भूमि में नकारात्मक ऊर्जा होने के बाद भी घर, ऑफिस आदि बनाने से घर वालों को आर्थिक हानि का खतरा सबसे ज्यादा रहता है। भूमि की नकारात्मक ऊर्जा से व्यक्ति की नौकरी और व्यापार में बाधाएं आती हैं।
ऐसे में भूमि की सकारात्मक और नकारात्मक ऊर्जा की पहचान करना बहुत जरूरी है। आपने कई लोगों को कहते हुए सुना होगा कि किसी विशेष जगह पर जाते ही उनक साथ कोई विचित्र घटनाएं घटने लगीं या फिर किसी नए घर में जाते ही उनके जीवन में समस्याएं शुरू हो गईं। वास्तु शास्त्र के अनुसार इसका एक कारण भूमि दोष होना होता है।
ज्योतिषाचार्य डॉ. अनीष व्यास के अनुसार वास्तु शास्त्र में कई तरह के वास्तु दोष का जिक्र हैं। उन्हीं में एक होता है भूमि दोष और इस दोष को पहचान पाना भी एक मुश्किल काम होता है, क्योंकि इस दोष की जांच करना आसान नहीं होता है।
अक्सर वास्तु शास्त्र विशेषज्ञ ही वास्तु दोष का आंकलन करते हैं और वास्तु दोषों से छुटकारा पाने के उपाय बताते हैं। अब ऐसे में मन में सवाल उठता है कि आखिर भूमि दोष से छुटकारा पाना क्यों जरूरी है? इसका जवाब है कि आप जिस जगह पर रहते हैं अगर उस पर भूमि दोष है, तो आप जीवन में कभी तरक्की नहीं कर सकते।
आपके जीवन में कोई न कोई परेशानी आती रहती है। इन समस्याओं में घर में होने वाले लड़ाई-झगड़े, दुर्घटनाएं, बीमारियां शामिल हैं। कभी-कभी बहुत वर्षों तक भूमि को ऐसे ही सुनसान छोड़ देने पर उसमें नकारात्मक शक्ति भर जाती है।
ऐसे में अगर आप इन नकारात्मक ऊर्जा से भरी भूमि पर रहना शुरू कर देते हैं या फिर व्यापार करते हैं, तो आपको कई तरह की समस्याओं का सामना करना पड़ता है। ऐसे में कुछ बातों को ध्यान में रखकर भूमि की नकारात्मक शक्तियों का अंदाजा लगाया जा सकता है।
वास्तु विशेषज्ञ डा. अनीष व्यास ने बताया कि भूमि दोष वाले घर में अक्सर देखने को मिल जाता है कि यहां पर किसी पालतू जानवार जैसे गाय कुत्ता, बिल्ली की पालते हैं, तो यह अधिक दिनों जी ही नहीं पाते है और उनकी मृत्यु हो जाती है। इसके अलावा परिवार के सदस्यों को किसी न किसी दुर्घटना का सामना करना पड़ता है।
जैसे, रोड एक्सीडेंट या फिर घर की ही छत या सीढ़ी से नीचे गिरना आदि घटनाएं देखने को मिलती है। साथ ही कभी-कभी घर में विचित्र तरह की आवाजें भी सुनाई पड़ती हैं। वहीं कभी घर में खासकर रात के समय अजीब-अजीब आकृतियां दिखने का भ्रम भी पैदा हो जाता है।
Published on:
15 Apr 2025 03:34 pm
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