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ज्ञानवापी में मिली शिवलिंगनुमा आकृति की पूजा पर अडिग स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद को पुलिस ने उनके आश्रम श्री विद्यामठ में ही रोका

ज्ञानवापी परिसर में सर्वे के दौरान मिली शिवलिंगनुमा आकृति की पूजा पर अड़े स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद को पुलिस ने उनके आश्रम विद्यामठ में ही रोक लिया है। हालांकि अब भी स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद ज्ञानवापी जाने की मांग पर अड़े हैं। वैसे शुक्रवार को ही पुलिस ने स्पष्ट कर दिया था कि ज्ञानवापी मामला न्यायालय मे विचाराधीन है। ऐसे में स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद को ज्ञानवापी जाने की इजाजत नहीं दी जा सकती।

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ज्ञानवापी जाने को अडिग स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद

ज्ञानवापी जाने को अडिग स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद

वाराणसी. ज्ञानवापी परिसर के सर्वे के दौरान मिली शिवलिंगनुमा आकृति की पूजा पर अड़े स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद को पुलिस शनिवार की सुबह उनके केदारघाट स्थित श्री विद्या आश्रम में ही रोक दिया है। हालांकि स्वामी अब भी ज्ञानवापी जाने पर अडिग है। लेकिन पुलिस ने श्री विद्यामठ को चारों तरफ से घेर रखा है।

पुलिस की नाकेबंदी

बता दें कि ज्योतिष एवं द्वारिका शारदा पीठ के शंकराचार्य जगद्गुरु स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती के शिष्य प्रतिनिधि स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद दो दिन पहले ही ज्ञानवापी परिसर जाकर शिवलिंगनुमा आकृति की पूजा-पाठ करने का ऐलान किया था। उनका दावा है कि ज्ञानवापी में भगवान आदि विश्वेश्वर प्रकट हुए हैं। स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद के ऐलान पर वाराणसी कमिश्नरेट की पुलिस ने सख्त रुख अख्तियार किया है। स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद ने शुक्रवार की शाम ज्ञानवापी जाने का टाइम शेड्यूल भी जारी किया था।

ये भी पढें- ज्ञानवापी परिसर में मिली शिवलिंगनुमा आकृति का शनिवार को होगा पूजन, अविमुक्तेश्वरानंद ने जारी किया टाइम शेड्यूल

पुलिस ने नहीं दी स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद को ज्ञानवापी जाने की इजाजत

उधर इस मामले में पुलिस ने शुक्रवार को ही कहा था कि स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद को बता दिया गया है कि उन्हें ज्ञानवापी परिसर में पूजा-अर्चना करने की अनुमति नहीं दी गई है। पुलिस ने कहा है कि अगर इसके बाद भी स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद ज्ञानवापी जाते हैं तो उनके खिलाफ कठोर कानूनी कार्रवाई की जाएगी। इसके साथ ही पुलिस ने श्री विद्यामठ को चारों तरफ से घेर लिया है। छह थानों की पुलिस फोर्स का पहरा बैठा दिया गया। मठ की ओर आने-जाने वाले रास्ते पर बैरिकेडिंग भी की गई है।

71 लोगों के साथ जाने का किया है ऐलान

स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद ने शुक्रवार को ऐलान किया था कि ज्ञानवापी में प्रकट हुए भगवान (शिवलिंगनुमा आकृति) आदि की पूजा के लिए वो चार जून यानी शनिवार सुबह 8:30 बजे श्रीविद्या मठ से 71 लोगों के साथ वह निकलेंगे। 71 लोगों में एक ब्रह्मचारी भी शामिल है। 64 भक्त पूजन सामग्री के साथ रहेंगे और पूजा कराने के लिए 5 पंडित-पुरोहित भी रहेंगे। सभी लोग अनुशासित तरीके से पूजा करने के लिए केदार घाट से नाव से ललिता घाट जाएंगे। ललिता घाट में कलश में गंगाजल भर कर प्रकट हुए शिवलिंग के पास सभी जाएंगे। पूजा, आरती और भोग-राग के बाद सभी लोग 10 बजे नाव से वापस केदार घाट स्थित श्रीविद्या मठ वापस लौट जाएंगे।

ज्ञानवापी में जहां मिली है शिवलिंगनुमा आकृति वो स्थल है सील, नहीं है पूजापाठ की अनुमति

इस बीच जीसीपी काशी जोन आरएस गौतम ने इस मसले पर कहा है कि स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद ने ज्ञानवापी परिसर स्थित जिस स्थान पर जाकर पूजा-अर्चना की अनुमति मांगी थी, वो कोर्ट के आदेश से गत 16 मई से सील है। उस स्थान की निगरानी के लिए सीआरपीएफ के जवान तैनात किए गए हैं। उस स्थान से संबंधित प्रकरण अदालत में विचाराधीन है। लिहाजा स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद को ज्ञानवापी परिसर में पूजा-अर्चना करने की अनुमति नहीं दी गई है। बताया कि इससे संबंधित जानकारी स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद को पुलिस अधिकारी दे चुके हैं। बावजूद इसके अगर किसी ने भी कमिश्नरेट क्षेत्र के लॉ एंड ऑर्डर को प्रभावित करने की कोशिश की तो उसके खिलाफ कठोर कानूनी कार्रवाई में देरी नहीं की जाएगी।