
Anupriya Patel
वाराणसी. सीएम योगी आदित्यनाथ ने मंत्रिमंडल विस्तार करके कई समीकरणों का साधा है। बीजेपी ने कभी सहयोगी रहे सुभासपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष को पहले ही किनारे कर दिया था इस बार अनुप्रिया पटेल की अपना दल को भी तगड़ा झटका दिया है। अनुप्रिया पटेल के पति आशीष पटेल के मंत्री बनाये जाने की चर्चा थी लेकिन बीजेपी ने मिर्जापुर के मडि़हान से पहली बार जीते रमाशंकर पटेल को राज्यमंत्री बना कर बड़ा सियासी संदेश दिया है।
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बीजेपी ने मिर्जापुर में एक और पटेल नेता को खड़ा करने की तैयारी की है जो जरूरत पडऩे पर अपना दल की जगह ले सके। बीजेपी ने यूपी चुनाव 2022 के पहले ही बड़ा राजनीति दांव चला है। बीजेपी ने राजभर वोटरों के लिए ही सुभासपा से गठबंधन किया था लेकिन ओमप्रकाश राजभर के बयानों से परेशान बीजेपी ने इस गठबंधन को तोड़ दिया था और उसी समय अनिल राजभर को ओमप्रकाश राजभर के कैबिनेट मंत्री का प्रभार दिया था जिस पर अब मुहर भी लग गयी। बीजेपी व अपना दल का गठबंधन में किसी प्रकार की दिक्कत नहीं थी लेकिन लोकसभा चुनाव 2019 के पहले अनुप्रिया पटेल ने बीजेपी पर दबाव बनाने के लिए कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी से भेट की थी। उस समय अटकले लगने लगी थी कि कांग्रेस व अपना दल गठबंधन कर सकती है लेकिन बीजेपी ने अपना दल को एक संसदीय सीट देकर और दूसरी सीट पर अपना दल प्रत्याशी को बीजेपी के सिंबल पर चुनाव लड़ा कर गठबंधन के विवाद को खत्म कर दिया था। लोकसभा चुनाव 2019 में बीजेपी को मिले प्रचंड बहुमत के बाद पार्टी ने अपना दल को किनारे कर दिया था। पहले पीएम नरेन्द्र मोदी के मंत्रिमंडल में शामिल रही अनुप्रिया पटेल को दूसरी बार जगह नहीं मिली। इसके बाद सीएम योगी आदित्यनाथ के मंत्रिमंडल विस्तार में भी अपना दल की झोली खाली रही। अपना दल की जगह बीजेपी ने रमाशंकर पटेल को मंत्री बना कर अनुप्रिया पटेल को बड़ा सियासी संदेश दिया है।
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Published on:
21 Aug 2019 01:37 pm
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