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पीएम नरेन्द्र मोदी के खास माने जाने वाले नेता को फिर लगा झटका, बीजेपी ने नहीं बनाया प्रत्याशी

चुनाव में मिली हार के बाद से घट गया कद, कभी मुख्यमंत्री की रेस में थे सबसे आगे

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PM Narendra Modi and Amit Shah

PM Narendra Modi and Amit Shah

वाराणसी. पीएम नरेन्द्र मोदी के खास माने जाने वाले बीजेपी नेता को एक फिर झटका मिला है। पार्टी ने उन्हें प्रत्याशी नहींं बनाया है। कभी मुख्यमंत्री की रेस में सबसे आगे रहने वाले इस नेता को चुनाव में मिली हार से बड़ा नुकसान हुआ है और पार्टी में उनका कद कम हो गया है। यूपी की खाली सीट से इन दिग्गज नेता को राज्यसभा भेजने की चर्चा थी लेकिन बीजेपी ने राष्ट्रीय प्रवक्ता डा.सुधांशु द्विवेदी को प्रत्याशी बना कर सभी अटकलों पर विराम लगा दिया।
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IMAGE CREDIT: Patrika

गाजीपुर के पूर्व सांसद मनोज सिन्हा को पीएम नरेन्द्र मोदी का खास माना जाता था। बीजेपी ने वर्ष 2017 में जब यूपी चुनाव जीता था उस समय पीएम मोदी चाहते थे कि गाजीपुर के तत्कालीन सांसद मनोज सिन्हा को ही मुख्यमंत्री बनाया जाये। यह संदेश मनोज सिन्हा तक भी पहुंच गया था और बनारस स्थित उनके आवास पर जश्र मनने लगा था लेकिन उसी समय आरएसएस ने हस्तक्षेप किया था और गोरखपुर के तत्कालीन सांसद योगी आदित्यनाथ को मुख्यमंत्री पद की कुर्सी मिल गयी। हालांकि बीजेपी में मनोज सिन्हा को पूरी तव्वजो मिलती थी और रेल राज्यमंत्री भी बनाया गया था। मनोज सिन्हा ने रेल राज्यमंत्री रहते हुए पूर्वांचल के लिए बहुत काम किया था। बनारस का मंडुआडीह रेलवे स्टेशन हो या फिर गाजीपुर से नई ट्रेन चलाना। सभी काम का श्रेय मनोज सिन्हा को ही जाता है।
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बीजेपी की नहीं मानी थी बात, चुनाव में मिली थी हार
लोकसभा चुनाव 2019 के पहले बीजेपी जब प्रत्याशियों की सूची जारी कर रही थी तो पार्टी के तत्कालीन राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने मनोज सिन्हा को गाजीपुर से चुनाव नहीं लडऩे को कहा था। अमित शाह के पास गोपनीय रिपोर्ट थी कि मनोज सिन्हा अपनी सीट गाजीपुर से चुनाव लड़ते हैं तो हार सकते हैं ऐसे में मनोज सिन्हा को बलिया से टिकट देने की तैयारी थी लेकिन मनोज सिन्हा इसके लिए तैयार नहीं हुए थे। अखिलेश यादव व मायावती के गठबंधन के तहत बसपा से बाहुबली मुख्तार अंसारी के भाई अफजाल अंसारी को गाजीपुर से टिकट दिया गया था। पीएम नरेन्द्र मोदी लहर के बाद भी मनोज सिन्हा गाजीपुर से चुनाव नहीं जीत पाये थे। इसके बाद कई बार मनोज सिन्हा के राज्यसभा भेजने की चर्चा होती थी, जो बाद में खारिज हो जाती थी। अब देखना है कि पीएम मोदी के खास माने जाने वाले मनोज सिन्हा का पार्टी में क्या भविष्य होता है।
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