scriptफेसबुक पर दोस्ती कर मुआवजा पाने के लिए की बुजुर्ग की हत्या | Chowk Police arrested three criminal | Patrika News

फेसबुक पर दोस्ती कर मुआवजा पाने के लिए की बुजुर्ग की हत्या

locationवाराणसीPublished: Apr 04, 2019 05:18:55 pm

Submitted by:

Devesh Singh

शातिर गैंग पत्नी को हथियार बना कर रहा था ब्लैकमेल, चौक पुलिस ने किया बड़ा खुलासा, पीलीभीत में मिली थी बुजुर्ग की लाश

Police and criminal

Police and criminal

वाराणसी. चौक पुलिस ने गुरुवार को बड़ा खुलासा किया है। मुआवजा पाने के लिए फेसबुक पर बुजुर्ग से दोस्ती की थी और पैसा नहीं मिलने पर हत्या कर लाश जंगल में फेंक दी थी। शातिर अपराधी अपने पत्नी को हथियार की तरह उपयोग करते थे और अन्य बुजुर्गों को साथ आपत्तिजनक तस्वीर वायरल करने की धमकी देकर ब्लैकमेल भी करते थे। एसएसपी आनंद कुलकर्णी ने मीडिया को पकड़े गये लोगों की जानकारी दी।
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एसएसपी आनंद कुलकर्णी ने बताया कि चौक थाना क्षेत्र के निवासी पद्माकर पांडेय ने अपना आवास काशी विश्वनाथ धाम योजना के तहत सरकार को दे दिया था जिसके बदले उन्हें ५५ लाख मुआवजा मिला था। इसके बाद परिजनों ने चौक थाने में पद्माकर पांडेय के अपहरण का मुकदमा दर्ज कराया गया था। पुलिस ने जांच शुरू की तो पद्माकर पांडेय की लोकेशन पीलीभीत होने की जानकारी मिली। इसके बाद चौक पुलिस मामले के खुलासे में लग गयी। इसी बीच पीलीभीत के जंगल से पद्माकर पांडेय की लाश मिली। पुलिस ने मुखबिरों का जाल बिछाया और सर्विलांस के सहयोग से सुनील शर्मा, सौरभ शर्मा व रमेश शर्मा निवासी पीलीभीत को गिरफ्तार किया। पूछताछ में तीनों ने मुआवजे के लिए बुजुर्ग की हत्या करने क बात स्वीकार की है। पुलिस को मृतक के खून से सने कपड़े, बैग, चेकबुक, एक कट्टा, हत्या में प्रयुक्त बाइक बरामद की है। अपराधियों को पकडऩे में चौक थाना प्रभारी अमित मिश्रा, सुरेन्द्र प्रसाद यादव, सुभाष यादव आदि पुलिसकर्मी शामिल थे।
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फेसबुक पर की दोस्ती, मुआवजा पाने के लिए की हत्या
एसएसपी आनंद कुलकर्णी के अनुसार तीनों आरोपियों ने पहले पद्माकर पांडेय से फेसबुक पर दोस्ती की। इसके बाद बनारस घूमने के नाम से आकर पद्माकर पांडेय के आवास पर ठहरे। आरोपियों का पता चल चुका था कि पद्माकर पांडेय को 55 लाख का मुआवजा मिला है। पद्माकर को घुटने की समस्या थी इसलिए इलाज कराने के नाम पर अपने साथ पीलीभीत ले गये। वहां पर पैसे निकालने के लिए चेकबुक पर साइन भी कराया था लेकिन हस्ताक्षर नहीं मिलने से पैसा नहीं निकल पाया। इसके बाद सुनील शर्मा ने सौरभ शर्मा, रमेश शर्मा व फरार आरोपी किशन लाल के साथ मिल कर पद्माकर पांडेय को टाइगर रिजॉर्ट ले गये और वहां पर गोली मार कर हत्या कर दी। बाद में लाश मिलने पर पुलिस को हत्या होने की जानकारी मिली थी।
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बुजुर्गो के साथ पत्नी की कराते थे चेट, ब्लैकमेल कर ऐंठते थे रुपया
पुलिस के अनुसार तीनों की बड़े शातिर किस्म के हैं। सुनील शर्मा पर कई जिलों में विभिन्न मुकदमे दर्ज हैं। वह बुजुर्गो को ही टार्गेट करते थे। फेसबुक व अन्य सोशल साइट के मदद से उनके साथ चैटिंग करते थे बाद में पत्नी को आगे करके ऐसी तस्वीर निकाल लेते थे जिसे दिखा कर ब्लैकमेल किया जा सके। एसएसपी आनंद कुलकर्णी ने कहा कि ब्लैकमेल होने वाले १५ से २० लोगों की जानकारी मिल चुकी है और लोगों के बारे में पता किया जा रहा है।
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