
Video : Gyanvapi Comlex का पहले दिन का सर्वे कम्प्लीट, जानिए क्या हुआ अंदर ?
Gyanvapi Survey: ज्ञानवापी परिसर में शुक्रवार से शुरू हुए ASI सर्वे का आज तीसरा दिन है। आज भी एएसआई की टीम मंदिर में सर्वे का काम जारी रखेगी। इस बीच मंदिर पक्ष ने मुख्य गुंबद के नीचे आदि विश्वेश्वर मंदिर का गर्भगृह होने का दावा करते हुए गुंबद के नीचे स्थित कमरे की जीपीआर जांच की मांग की है।
इससे पहले कल सर्वे में GNS विधि का प्रयोग हुआ था। 3D इमेज बनाकर यह जानने की कोशिश हुई कि स्ट्रक्चर कितना पुराना है। वहीं इस सर्वे के दौरान सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं।इससे पहले शनिवार को एएसआई की टीम ने ज्ञानवापी परिसर में वैज्ञानिक सर्वेक्षण का काम शुरू किया जो शाम पांच बजे तक चला। सर्वेक्षण कार्य में मुस्लिम पक्ष के पांच लोग भी शामिल हुए। इस बीच हिंदू पक्ष ने दावा किया है कि सर्वे में प्राचीन मंदिर के कई सबूत मिले हैं।
05:30 PM: ज्ञानवापी परिसर के तीनों गुंबदों का सर्वे पूरा, थ्रीडी इमेज तैयार
24 जुलाई को 5 घंटे हुए सर्वे और बीते शुक्रवार से दोबारा शुरू हुए ASI के साइंटिफिक सर्वे के तीसरे दिन यानी रविवार को 7 घंटे विशेषज्ञों ने सर्वे किया। चौथे दिन व्यास जी के तहखाने, मस्जिद के तीनों गुंबद का सर्वे किया गया। इस दौरान सर्वे टीम ने स्केचिंग, फोटोग्राफी और वीडियोग्राफी कराई साथ ही थ्रीडी इमेज भी इन जगहों की तैयार की है। आज भी ASI की 40 लोगों की टीम अंदर थी।
02:30 PM: ASI टीम ने गुंबद की स्केचिंग कराई, मेजरमेंट में जुटे विशेषज्ञ
ज्ञानवापी परिसर में लंच के बाद दोपहर ढाई बजे से दूसरी पाली का सर्वे शुरू हो गया। पहली पाली में हुआ था गुंबदों का सर्वे, ज्ञानवापी मस्जिद के तीनों गुंबदों का ASI के विशेषज्ञ आज कर रहें मेजरमेंट और फोटोग्राफी । गुंबद की स्केचिंग भी कराई गई है।
01:30 PM:जोहर की नमाज के लिए सर्वे रोका
ज्ञानवापी में तीसरे दिन का सर्वे चल रहा है। हालांकि रविवार को जोहर की नमाज के लिए सर्वे रोक दिया गया है। ब्रेक के बाद दोबारा सर्वे शुरू किया जाएगा। 2.30 बजे सर्वे दोबारा शुरू होगा।
01:00 PM: फैलाई जा रही अफवाह: मुमताज अहमद
ज्ञानवापी मस्जिद परिसर में सर्वेक्षण पर मुस्लिम पक्ष का प्रतिनिधित्व कर रहे वकील मुमताज अहमद ने एनआई से कहा कि मेरे प्रतिनिधि वहां मौजूद हैं। जहां अभी कार्रवाई नहीं हुई, वहां अफवाह फैलाई जा रही कि इतनी बड़ी मूर्ती, त्रिशूल मिल गया है। अगर आम जनता यह देखेगी तो लोगों में उन्माद आएगा। प्रशासन को यह सब चीजें देखनी चाहिए, क्योंकि कानून व्यवस्था बनाए रखना उनका काम है।
12:01 PM: पत्थर की कार्बन डेटिंग संभव नहीं
अधिकारियों ने कहा कि चूंकि पत्थर की कार्बन डेटिंग संभव नहीं है, इसलिए अगर ज्यादा डीटेल सर्वे की जरूरत होगी तो एएसआई टीम अपने पास मौजूद अन्य पुरातात्विक तकनीकों के बारे में भी अदालत को सूचित करेगी।
11:10 AM: तहखाना में शिवलिंग मौजूद है- हिंदू पक्ष के वकील
हिंदू पक्ष का प्रतिनिधित्व करने वाले वकील सुधीर त्रिपाठी ने कहा कि ऐसा कहा जा रहा है कि तहखाना में शिवलिंग मौजूद है, जिसकी लोग पूजा करते थे। यह मलबे से ढका हुआ था।
9:50 AM: मशीनरी का भी इस्तेमाल किया जाएगा- हिंदू पक्ष के वकील
ज्ञानवापी मामले पर हिंदू पक्ष का प्रतिनिधित्व कर रहे वकील विष्णु शंकर जैन ने बताया कि आयोग इस प्रक्रिया को अंजाम दे रहा है और यह लंबी प्रक्रिया है। कोर्ट ने हमें 4 हफ्ते का समय दिया है...काम हो रहा है...आने वाले समय में ग्राउंड पेनेट्रेटिंग रडार मशीन का इस्तेमाल किया जाएगा...ASI एक प्रीमियम एजेंसी है, काम जारी रहेगा।
9:30 AM: दोनों पक्ष संतुष्ट
आयोग इस प्रक्रिया को अंजाम दे रहा है और यह लंबी प्रक्रिया है। कोर्ट ने हमें 4 हफ्ते का समय दिया है...काम हो रहा है...आने वाले समय में ग्राउंड पेनेट्रेटिंग रडार मशीन का इस्तेमाल किया जाएगा...ASI एक प्रीमियम एजेंसी है, काम जारी रहेगा: ज्ञानवापी मस्जिद परिसर सर्वेक्षण मामले में हिंदू पक्ष का प्रतिनिधित्व कर रहे वकील विष्णु शंकर जैन, वाराणसी
9:00 AM: 'तहखाना' साफ कर दिया गया
कल पश्चिमी दीवार का विस्तृत अध्ययन किया गया। पश्चिमी दीवार से लेकर बैरिकेडिंग तक के क्षेत्र में मौजूद घास हटा दी गई। 'तहखाना' साफ कर दिया गया और एग्जॉस्ट लगाया जा रहा है। मैंने केंद्रीय गुंबद के नीचे एक खोखली आवाज की ओर इशारा किया, इसकी जांच की जा रही है। केंद्रीय गुंबद के बगल का एक क्षेत्र, जो कृत्रिम रूप से ढका हुआ है, उसकी ओर भी इशारा किया गया था। इसलिए जांच चल रही है। यह एक लंबी जांच है। ज्ञानवापी मस्जिद परिसर सर्वेक्षण मामले में हिंदू पक्ष का प्रतिनिधित्व कर रहे वकील विष्णु शंकर जैन
पहले दिन के सर्वे में क्या मिला?
4 अगस्त को जुमे की नमाज की वजह से सर्वे सिर्फ 5 घंटे ही हुआ था. सुबह 7 बजे सर्वे शुरू हुआ और 12 बजे बंद कर दिया गया. पहले दिन के सर्वे में ज्यादातर पेपर वर्क ही किया गया. इस दिन टीम ने पूरे परिसर का डिजाइन तैयार किया और दीवारों एवं आसपास के क्षेत्र से साक्ष्य इकट्टा किए. परिसर में मौजूद तीनों गुंबदों के नीचे और तहखानों के सर्वे की रूपरेखा तैयार की गई. हिंदू स्मृति चिन्हों की फोटोग्राफी और वीडियोग्राफी की गई.
Updated on:
06 Aug 2023 06:28 pm
Published on:
06 Aug 2023 08:47 am
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