वाराणसीPublished: Aug 08, 2021 02:07:10 pm
रफतउद्दीन फरीद
बनारस के हथकरघा उद्योग के विकास पर काम कर रहे आईआईटी बीएचयू के शोध छात्र ने पिट लूम पर काम करने वाले बुनकरों के लिये बनाया है एर्गोनॉमिक डिजाइन वाली सीट।
पत्रिका न्यूज नेटवर्क, वाराणसी. करघे या लूम पर एक लगातार घंटों बैठकर काम करने वाले बुनकरों को अब न तो कमर दर्द सताएगा, और न ही जांघों में दर्द होगा। आईआईटी बीएचयू के मैकेनिकल इंजीनियरिंग विभाग (औद्योगिक प्रबंधन) की एक शोध टीम ने पिटलूम का उपयोग करने वाले बुनकरों के लिये विशेष एर्गाेनॉमिक चेयर बनाई है। इसे इस तरह डिजाइन किया गया है कि बुनकरों चाहे जितनी देर बैठकर काम करे उसे दर्द या परेशानी महसूस नहीं होगी।