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तो फिर टूट जायेगा बीजेपी व सुभासपा का गठबंधन, सपा-बसपा को होगा बड़ा फायदा

locationवाराणसीPublished: Apr 05, 2019 12:53:31 pm

Submitted by:

Devesh Singh

6 अप्रैल को हो जायेगा ऐलान, बीजेपी से नहीं मिल रही सुभासपा को लोकसभा सीट

Political Leader

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वाराणसी. बीजेपी व सुभासपा का गठबंधन टूट के कगार पर पहुंच गया है। सीएम योगी आदित्याथ के कैबिनेट मंत्री 6 अप्रैल को गठबंधन को लेकर बड़ा ऐलान कर सकते हैं। सुभासपा के वरिष्ठ नेताओं की बैठक बुलायी गयी है, जिसमे पार्टी महागठबंधन के साथ जाने या फिर अकेले चुनाव लडऩे का ऐलान करेगी। लोकसभा चुनाव 2019 में गठबंधन से सुभासपा के अलग होने से बीजेपी को नुकसान उठाना पड़ सकता है। पार्टी का दावा है कि पूर्वांचल की 27 सीटों पर राजभर वोटर किसी भी दल का समीकरण बिगाड़ व बना सकते हैं इसमे से 20 सीटे ऐसी है जहां पर राजभरों का एक लाख पोलिंग मत हैं।
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बीजेपी व सुभासपा की लगातार तनातनी अब निर्णायक मोड पर आ गयी है। यूपी चुनाव 2017 में हुआ बीजेपी व सुभासपा का गठबंधन लोकसभा चुनाव 2019 में खत्म हो सकता है। सुभासपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष लंबे समय से सीएम योगी आदित्यनाथ पर हमला बोलते आये थे। लोकसभा चुनाव का बिगुल बजने के बाद से माना जा रहा था कि गठबंधन के तहत बीजेपी से सुभासपा को दो लोकसभा सीट मिल सकती है लेकिन अभी तक सीटे नहीं मिलने से गठबंधन टूटने के कगार पर पहुंच गया है। सुभासपा के सूत्रों की माने तो बीजेपी से गठबंधन को लेकर अब चमत्कार होने की उम्मीद नहीं है। मायावती व अखिलेश यादव के गठबंधन के साथ सुभासपा जा सकती है यदि वहां से भी उचित जवाब नहीं मिलता है तो हम अकेले ही विधानसभा चुनाव लड़ेंगे।
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बीजेपी व सुभासपा का टूटा गठबंधन तो अखिलेश यादव को मिल सकता है लाभ
ओमप्रकाश राजभर कभी मायावती की पार्टी बसपा में थे बाद में अलग होकर अपनी पार्टी बनायी थी। बीजेपी का साथ छूटने के बाद सुभासपा के पास महागठबंधन में जाने का विकल्प बचा हुआ है। महागठबंधन ने पूर्वांचल की कुछ सीटों पर अभी प्रत्याशी नहीं उतारे हैं जिससे सुभासपा को लगता है कि महागठबंधन के साथ गये तो इन सीट पर चुनव लडऩे का मौका मिल सकता है। महागठबंधन में सुभासपा के शामिल होने से पूर्वांचल में अखिलेश यादव का बड़ा फायदा मिल सकता है क्योंकि सपा व बसपा गठबंधन के तहत पूर्वांचल की अधिक सीटो पर अखिलेश यादव ने प्रत्याशी उतारे हैं।
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जानिए क्या कहा सुभासपा नेता ने
कैबिनेट मंत्री ओमप्रकाश राजभर के प्रतिनिधि शशिप्रताप सिंह ने बताया कि ६ अप्रैल को अंतिम निर्णय हो जायेगा। इसी दिन पार्टी के वरिष्ठ नेताओं की बैठक बुलायी गयी है। सुभासपा व बीजेपी का गठबंधन अलग होता है तो पूर्वांचल में बीजेपी को बड़ा नुकसान उठाना होगा। पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर तय करेंगे कि सुभासपा अकेले चुनाव लड़ती है या फिर महागठबंधन के साथ।
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सुभासपा का दावा, पूर्वांचल की 27 सीटों पर राजभर वोटर बिगाड़ या बना सकते हैं किसी दल का समीकरण
चंदौली, बलिया, आजमगढ़, गाजीपुर, घोसी, सलेमपुर, देवरिया, मछलीशहर, लालगंज, जौनपुर, बनारस, भदोही, प्रयागराज, अम्बेडकर नगर आदि ऐसी लोकसभा सीट है जहां पर ५० हजार से डेढ़ लाख तक वोटर है, जिनका सुभासपा के साथ रहने का दावा किया जाता है।
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कांग्रेस से गठबंधन की संभावना कम
सुभासपा के सूत्रों ने कहा कि यदि बीजेपी से गठबंधन टूटता है तो महागठबंधन के साथ या फिर अकेले ही पार्टी चुनाव लड़ेगी। राहुल गांधी व प्रियंका गांधी की कांग्रेस के साथ गठबंधन होने की संभावना बेहद कम है। सुभासपा का दावा है कि यूपी में कांग्रेस के पास बड़ा जनाधार नहीं है इसलिए कांग्रेस के साथ गठबंधन का कोई फायदा नहीं होगा।
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