चारों सोमवार में करीब 28 लाख शिव भक्त आए मंदिर प्रशासन के आंकड़ों के अनुसार,, सावन के पहले 16 दिन में यह आंकड़ा 50 लाख पहुंच गया था। सावन के पहले सोमवार को श्रद्धालुओं की संख्या साढ़े पांच लाख रही। तो दूसरे, तीसरे और चौथे सोमवार को यह आंकड़ा साढ़े सात लाख को भी पार कर गया था। सिर्फ चारों सोमवार की बात करें तो यह आंकड़ा करीब 28 लाख से अधिक था।
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– गोरखपुर में सीबीआई के डिप्टी एसपी को ट्रक से कुचलने की कोशिश, जानें किस बड़े-बडे नेताओं की कर रहे है जांच व्यापारी हुए गदगद श्री काशी विश्वनाथ धाम परिक्षेत्र के आसपास के स्थित दुकानदारों की खुशी देखने वाली है। दो साल से कोरोना संक्रमण की वजह से हुए नुकसान की भरपाई इस सावन के महीने ने कर दी। होटल, रेस्टोरेंट, साड़ी, पूजन सामग्री और स्थानीय उत्पाद की दुकानों पर काफी भीड़ रही।
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– यूपी में झंडे का अपमान करने पर तीन साल की कैद और लगेगा भारी जुर्माना गंगा द्वार आकर्षण का केंद्र दर्शन को आने वाल शिवभक्तों के लिए गंगा द्वार आकर्षण का केंद्र है। गंगा के तट से 22 मीटर की ऊंचाई पर बने प्रवेश द्वार से श्रद्धालु धाम में प्रवेश करते हैं। गंगा स्नान के बाद धाम के चौक तक पहुंचने के लिए 80 सीढ़ियां चढ़नी होती हैं। दिव्यांग और बुजुर्गों के लिए एस्कलेटर और लिफ्ट का इंतजाम है।
एक करोड़ से अधिक ने किए दर्शन श्री काशी विश्वनाथ मंदिर मुख्य कार्यपालक अधिकारी सुनील कुमार वर्मा ने बताया कि, सावन माह में श्रद्धालुओं की संख्या एक करोड़ से अधिक रही। रोजाना औसतन तीन लाख श्रद्धालुओं ने दर्शन पूजन किए। पिछले कई साल के मुकाबले में तीन से चार गुना श्रद्धालु बाबा के धाम दर्शन के लिए पहुंचे हैं।
धाम में सुविधाएं – श्री काशी विश्वनाथ धाम में श्रद्धालुओं के लिए म्यूजियम, स्प्रिचुअल बुक सेंटर, आभासी म्यूजियम, गंगा व्यू गैलरी, धरोहर केंद्र, फूड कोर्ट, वैदिक केंद्र, सांस्कृतिक केंद्र, भोगशाला, ओडीओपी प्रोडक्ट शॉप और मुमुक्षु भवन की सुविधाएं हैं।