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Weather Alert-बर्फीली हवाओं ने बढ़ायी गलन, सीजन में पहली बार न्यूनतम तापमान 9 डिग्री सेल्सियस के नीचे पहुंचा

अधिकतम व न्यूनतम तापमान में दो से तीन डिग्री हुई गिरावट, दो दिन में और बढ़ेगी ठंड

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Cold Weather

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वाराणसी. जम्मू कश्मीर से आ रही बर्फीली हवाओं ने लोगों को कंपकंपाने पर विवश कर दिया है। ठंड में हुई वृद्धि के चलते न्यूनतम व अधिकतम तापमान में दो से तीन डिग्री सेल्सियस से अधिक गिरावट दर्ज की गयी है। 17 दिसम्बर को अधिकतम तापमान 17.0 व न्यूनतम तापमान 11.7 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था जबकि बुधवार को मौसम विभाग से मिली जानकारी के अनुसार न्यूनतम तापमान 8.4व अधिकतम तापमान 15 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया है। इस सीजन में पहली बार न्यूनतम तापमान 10 डिग्री के नीचे पहुंच गया है। ठंड में अभी और वृद्धि होगी।
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सुबह से ही चल रही शीतलहरी ने लोगों को परेशान कर दिया है। दिन में रात व सुबह तक कोहरे का असर था। दिन चढऩे के साथ कोहरा कम होता गया था। दोपहर में थोड़ी देर के लिए धूप निकली थी लेकिन वह सर्द हवाओं के आगे बेअसर साबित हुई। थोड़ी ही देर में धूप का असर खत्म हो गया और फिर बर्फीली हवाओं ने लोगों को सताना शुरू कर दिया। सर्द हवाओं का असर था कि लोग घरों में दुबके रहे। जहां भी अलाव जल रहे थे वहां पर लोगों की भीड़ हो रही थी। दिसम्बर में तापमान में यह गिरावट कोई नयी बात नहीं है। पिछले चार सालों में दिसम्बर में न्यूनतम तापमान पांच से छह डिग्री सेल्सियस रहता था। 30 दिसम्बर 2014 की बात की जाये तो उस दिन न्यूनतम तापमान 3.3 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था। मौसम वैज्ञानिक भी मान रहे हैं कि अभी पारा और गिरेगा।
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21के बाद हो सकती है बूंदाबांदी
जम्मू कश्मीर में लगातार पश्चिमी विक्षोभ आ रहा है जिसका असर पूर्वांचल पर भी पड़ता है। कुछ दिन पहले ही बारिश भी इस विक्षोभ के चलते हुई थी। एक और पश्चिम विक्षोभ जम्मू व कश्मीर में पहुंच गया है। उसके चलते दो दिन बाद वार्म फ्रंट चलने से पारे मेें थोड़ा सुधार हो सकता है। यदि पश्चिम विक्षोभ का असर अधिक हुआ तो पूर्वांचल में बारिश या बूंदाबांदी हो सकती है। नहीं तो आसमान में बादल छाये रहेंगे। इसके बाद फिर से मौसम साफ होगा तो सर्द हवाएं फिर से अपनी ताकत दिखायेगी।
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जानिए क्या कहा मौसम वैज्ञानिक ने
मौसम वैज्ञानिक प्रो.एसएन पांडेय ने कहा कि तापमान में और गिरावट होगी। मौसम का यह हाल दो से तीन दिन रहने की संभावना है इसके बाद पश्चिमी विक्षोभ का असर यहां पहुंच जायेगा। बंूदाबांदी की संभावना से इंकार नहीं किया जा सकता है उसके बाद जब मौसम साफ होगा तो और तेजी से ठंड में वृद्धि होगी।
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