जोधपुर के एक चर्चित मामले में गाय के मालिकाना हक का विवाद अदालत की चौखट पर क्या पहुंचा समूचे प्रशासनिक अमला बेचैन हो उठा था। पिछले एक वर्ष से चर्चा का विषय बनी गाय के मालिकाना हक को लेकर आखिर शनिवार को अदालत ने फैसला सुना ही दिया। गाय की आवाजाही की वीडियो रिकॉर्डिंग व कोर्ट की ओर से नियुक्त कमिश्नर की रिपोर्ट के आधार पर अदालत ने कहा कि दो दावेदारों में से जिसके घर जाकर गाय कुछ देर के लिए रुकी, वही गाय का असली मालिक है।महानगर मजिस्ट्रेट संख्या पांच के पीठासीन अधिकारी मदनलाल बालोटिया ने फैसला क्या सुनाया गाय पर मालिकाना हक जता रहे ओमप्रकाश के घर जैसे खुशियां बरस गईं। कोर्ट ने आदेश दिया था कि गाय को ओमप्रकाश को सौंप दिया जाए। गाय को पन्नालाल गौशाला से ओमप्रकाश के घर लाया गया तो गाय को माला पहनाकर, तिलक लगाकर और मिठाई खिलाकर स्वागत किया गया