जयपुर. एंडोक्राइन सोसाइटी ऑफ इंडिया (एसिकॉन—2022) की 51वीं वार्षिक कॉन्फ्रेंस का समापन शनिवार को बिरला ऑडिटोरियम में हुआ। कॉन्फ्रेंस के आखिरी दिन चिकित्सकों ने डायबिटीज, ओस्टोप्रॉसेस, पीयूष ग्रंथि, मोटापा और बच्चों में क्रोध की समस्याओं को लेकर चर्चा की। एंडोक्राइनोलॉजिस्ट और रिसर्चर्स ने उम्मीद जताई कि आने वाले समय में डायबिटीज का परमानेंट इलाज जल्द संभव होगा। साथ ही हम इस बीमारी को रिवर्स भी कर सकेंगे। कॉन्फ्रेंस के साइंटिफिक कमेटी मैंबर्स डॉ.प्रकाश केसवानी, डॉ. शैलेष लोढा ने बताया कि डायबिटीज और थायराइड की नई दवाइयां भी बाजार में जल्द आएंगी, जो इस बीमारी के एडवांस इलाज में कारगर साबित होंगी। कॉन्फ्रेंस में देश—विदेश के 2000 से ज्यादा एंडोक्राइनोलॉजिस्ट ने हिस्सा लिया। इसके अलावा 250 से ज्यादा लेक्चर्स दिए। कॉन्फ्रेंस के आयोजन सचिव संजय सारण ने चिकित्सकों का धन्यवाद ज्ञापित किया।