जयपुर। लॉकडाउन में कई लोगों ने बागवानी की ओर रुख किया। लेकिन बागवानी अब बीपी, शुगर और हाइपर टेंशन से भी निजात पाने में कारगर साबित हो रही है। हाल ही आई कई रिपोर्ट में भी सामने आया है कि बागवानी शारीरिक और मानसिक तनाव दोनों को कम करती है। शरीर में कार्टिसोल हार्मोन की मात्रा बढ़ने पर बीपी और शुगर की समस्या होती है। नियमित बागवानी से यह हार्मोन रिलीज होना काफी कम हो जाता है। जब इस हार्मोन की मात्रा कम होने लगती है तो व्य क्ति प्राक्रतिक तौर पर स्वस्थ रहने लगता है। चिकित्सक भी मरीजों को इलाज के रूप में बागवानी की भी सलाह दे रहे हैं।
ज्यादातर लोग मोटापे से भी परेशान रहते हैं। उनके लिए भी बागवानी एक बेहतर विकल्प है। जनस्वास्थ्य और फार्मेसी की एक रिपोर्ट के अनुसार बागवानी व्यायाम का एक रूप है। रोजाना एक घंटे की साधारण बागवानी से 330 कैलोरी बर्न होती है ।जो लोग नियमित तौर पर वर्कआउट नहीं कर सकते, उनके लिए यह बेहतर विकल्प है। मिट्टी में स्ट्रेस कम करने वाले सेरोटोनिन हार्मोन रिलीज करने वाले बैक्टेरिया पाए जाते हैं। यह व्यक्ति को तनाव से मुक्त करने में मददगार साबित होते हैं।
इम्यून सिस्टम होता है बेहतर
बागवानी आपके रक्तचाप को नियंत्रित करने में मदद करती है । जितना अधिक समय आप पौधों के साथ बिताएंगे, आप अधिक आराम महसूस करेंगे। यह तनाव को भी कम करता है। रोजाना बागवानी करने से ब्लड शुगर लेवल कम हो सकता है। क्योंकि सूरज की रोशनी के संपर्क में आने से शरीर को इंसुलिन लेवल कंट्रोल करने में मदद मिलती है। हरियाली के संपर्क में आने से शरीर में हैप्पी हार्मोन्स “एंडोर्फिन्स “की मात्रा बढ़ जाती है, जो व्यक्ति के स्वस्थ को बेहतर बनता है। गार्डनिंग थैरेपी का काम ही करती है। 30 से 40 मिनट तक रोज बागवानी से आप फिट रह सकते हैं। गार्डनिंग करते समय विटामिन डी की कमी दूर होती है और रोग प्रतिरोधक क्षमता भी बढ़ती है।
– डॉ.अवधेश गुप्ता, जनरल फिजिशियन
तनाव मुक्त रहती हूं
मुझे गार्डनिंग का शौक शुरू से रहा है। लेकिन चिकित्सकों से परामर्श पर पता चला की गार्डनिंग स्वस्थ के लिए भी बेहतर है। तभी से नियमित तौर पर गार्डनिंग करती हूं। इससे मैं काफी खुश महसूस करती हूं। हरियाली के संपर्क में आने से काफी सकारात्मक महसूस होता है। तनाव भी कम हो जाता है। प्लांटेशन की अलग-अलग गतिविधियां करने से कैलोरी बर्न होती है। जिससे वजन नियंत्रित रहता है।
सुरुचि सेठी, बीस दुकान
व्यायाम का है बेहतर विकल्प
बागवानी व्यायाम का एक बेहतर तरीका है। जब से नियमित बागवानी शुरू की है, इससे बीपी की समस्या कम हो गयी है। मैं पहले से ज्यादा उर्जा महसूस करता हूं। पौधों के बीच रहने से एंजाइटी का स्तर भी कम हो जाता है। हमेशा खुशी का अनुभव होता है। गार्डनिंग में होने वाली गतिविधियों से ब्लड सर्कुलेशन भी बेहतर होता है।
अनुराग गितायी, मालवीय नगर