जैसलमेर/पोकरण. पंचायत समिति सांकड़ा क्षेत्र के संस्थाप्रधानों की प्रथम वाक्पीठ संगोष्ठी मंगलवार को स्थानीय स्वामी विवेकानंद राजकीय मॉडल स्कूल में शुरू हुई। नगरपालिका अध्यक्ष आनंदीलाल गुचिया के मुख्य आतिथ्य, मुख्य ब्लॉक शिक्षाधिकारी प्रवीण मेहता की अध्यक्षता, पंचायत समिति सांकड़ा के प्रधान वहीदुल्ला मेहर, जिला शिक्षाधिकारी प्रारंभिक शिवदयाल मीणा, वाक्पीठ अध्यक्ष राजकुमार विश्रोई, अतिरिक्त मुख्य ब्लॉक शिक्षाधिकारी विष्णुकुमार छंगाणी, पार्षद नारायण रंगा, सेवानिवृत प्रधानाचार्य चैनसुख पुरोहित के विशिष्ट आतिथ्य में वाक्पीठ का उद्घाटन समारोह आयोजित किया गया। इस मौके पर संबोधित करते हुए मुख्य अतिथि गुचिया ने प्रधानाध्यापकों को पूरी मेहनत व लगन के साथ कार्य कर शिक्षा में गुणात्मक सुधार लाने, विशिष्ट अतिथि प्रधान मेहर ने ग्रामीण क्षेत्रों में विद्यालयों में विद्यालय भवन, शौचालय, टांका आदि समस्याओं के लिए संबंधित ग्राम पंचायतोंं को प्रस्ताव भिजवाने की बात कही तथा अपनी ओर से विद्यालयों में भौतिक संसाधनों के विकास में सहयोग का भरोसा दिलाया। जिला शिक्षाधिकारी मीणा ने कहा कि शिक्षा से ही राष्ट्र व समाज का सर्वांगीण विकास संभव है। इसलिए पूरी मेहनत व लगन के साथ विद्यालयों में शिक्षा के स्तर को सुधारने की बात कही। मुख्य ब्लॉक शिक्षाधिकारी ने प्रधानाध्यापकों से कहा कि वे निश्चित रूप से संस्थाप्रधान है, लेकिन संस्था मेरे लिए प्रधान है, इस सोच के साथ काम करने का आह्वान करते हुए कहा कि व्यक्तित्व निर्माण की नींव शिक्षा है। उन्होंने कहा कि जब शिक्षारूपी नींव मजबूत होगी, तो व्यक्तित्व नाम का भवन निश्चित रूप से मजबूत होगा। वाक्पीठ के अध्यक्ष व राउमावि के प्रधानाचार्य राजकुमार विश्रोई, शिक्षाविद् रेंवताराम बारूपाल, चैनसुख पुरोहित ने शिक्षा में गुणात्मक सुधार, शैक्षणिक व सहशैक्षणिक गतिविधियों में नवाचारों, विभागीय योजनाओं व नियमों की जानकारी दी। विशिष्ट अतिथि पार्षद नारायण रंगा ने स्वामी विवेकानंद राजकीय मॉडल स्कूूल के शैक्षणिक व भौतिक विकास की सराहना की। पूर्व वाक्पीठ के संयोजक मॉडल स्कूल के प्रधानाचार्य अशोक नागौरा ने सभी का स्वागत किया। छात्र राजनारायण एवं छात्रा शबनम मेहर ने स्वागत गीत प्रस्तुत किया। कार्यक्रम का संचालन वाकपीठ के सचिव व प्रधानाचार्य हेमशंकर जोशी ने किया।
विभिन्न विषयों पर दी वार्ताएं
वाक्पीठ संगोष्ठी में प्रधानाचार्य राजकुमार विश्रोई पोकरण ने छात्र कल्याणकारी योजनाएं, कानसिंह भाटी छायण ने उजियारी पंचायत योजना, संपतलाल ने ज्ञान संपर्क पोर्टल, भामाशाह, सीएसआर, सीएम विद्यादान कोष, जेठाराम जैमला ने शाला दर्पण, भंवरलाल सूंडिया केलावा ने शाला संबलन व ब्लॉक रैंकिंग एवं जुगतसिंह सांकड़ा ने एसआईक्यूई विज्ञान मूल्यांकन एवं स्कूल सर्टीफिकेशन विषय पर अपनी वार्ताएं दी। इसी प्रकार उगमसिंह तंवर ने अन्नपूर्णा दूध योजना, दिनेश शर्मा ने ग्राम पंचायत स्तर पर शैक्षिक सुदृढ़ीकरण में पीइइओ की भूमिका, मंजूलता नवल ने सहशैक्षणिक गतिविधियों की बालक बालिका के सर्वांगीण विकास में भूमिका विषय पर अलग-अलग समूहों में दलीय चर्चाएं की।