Police: आमजन में विश्वास, अपराधियों में डर, पुलिस का यह मूल मंत्र है, लेकिन उद्योग नगर थाना पुलिस को शायद इससे सरोकार नहीं है। एक वायरल हुए वीडियो में थाना पुलिस युवक के पैरों पर ताबड़तोड़ लाठी बरसाते नजर आ रही है। युवक अपना कसूर पूछता रहा और पुलिस उसे धमकाते हुए पीटती रही। पुलिस की गाड़ी में बिठाने ले जाते समय भी पुलिस का जवान युवक के पैरों पर लाठी बरसाता रहा। जमानत के बाद पीडित युवक ने पत्रिका को अपनी पीड़ा बताते हुए कहा कि मामूली बहसबाजी की शिकायत के बाद पुलिस ने खतरनाक अपराधियों जैसा बर्ताव किया। पुलिस के खौफ से परिजन घर के ताला लगाकर बाहर चले गए। इधर, वीडियो वायरल होने के बाद मारपीट करने वाले हैडकांस्टेबल प्रताप सिंह को लाइन हाजिर किया गया है। मामले की जांच पुलिस उप अधीक्षक धर्मवीर सिंह को सौंपी है।
कहासुनी के बाद दूसरे पक्ष ने दी शिकायत
पीडि़त प्रेमनगर तृतीय निवासी राज सिंह आमेरा ने बताया कि एक युवक से कहासुनी हो गई थी। इसके बाद युवक ने स्थानीय लोगों से पुलिस में शिकायत दर्ज करवाई। शिकायत के बाद 17 जून को दोपहर में पुलिस की गाड़ी आई और दो पुलिसकर्मियों ने मेरे हाथ पकड़ लिए और एक पुलिसकर्मी पैरों पर लाठी से पिटाई करने लग गया। साथ ही मोबाइल भी तोड़ दिया। पुलिसकर्मियों से पूछा आखिर मेरा कसूर क्या है तो उन्होंने बताया तेरे खिलाफ 2 लाख रुपए महीना बंधी मांगने की शिकायत है। इसके बाद लॉकअप में बंद कर दिया। 18 जून को एडीएम सिटी के समक्ष पेश किया और फिर लाकर थाने में बंद कर दिया। 19 जून को अदालत में पेश करने ले जाते समय पुलिसकर्मियों ने धमकाया कि अदालत में पिटाई के बारे में कुछ बोला तो तुझे हिस्ट्रीशीटर बना देंगे।
थानाधिकारी मनोज सिकरवार से सवाल जवाब
सवाल: आमेरा को किस मामले में पुलिस ने पकड़ा।
पुलिस: आरोपी दुकान में चाकू लेकर घुस गया और दुकानदार से शराब के पैसे मांग रहा था। शिकायत पर धारा 327 में उसे गिरफ्तार कर लिया।
सवाल: सरेराह पुलिस आरोपी पर ऐसे लठ चला सकती है क्या।
पुलिस: पुलिस की गाड़ी आरोपी को पकडऩे गई तो पहले वह दुकान में घुस गया और फिर मकान की छत पर जाकर पुलिस पर पत्थर फेंकने लगा। मौके पर भीड़ जमा हो गई थी। उसे पकडकऱ लाने लगे तो पुलिस के साथ धक्का मुक्की करने लगा। इस दौरान एक दो डंडे मार दिए होंगे।
सवाल: आरोपी पर पहले भी मुकदमें है क्या
पुलिस: आरोपी पर पहले भी शराब पीकर हंगामा करने के मुकदमे दर्ज हैं।
सवाल: अदालत में मारपीट की बात नहीं बताने के लिए पुलिस ने धमकाया और बताने पर हिस्ट्रीशीट खोलने की धमकी दी।
पुलिस: पुलिस ने आरोपी को नहीं धमकाया। पुलिस पर दबाव बनाने के लिए ऐसा कह रहा है।