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वैज्ञानिकों का कमालः स्मार्ट सटेम सेल से खुद भर जाएंगे घाव, पैदा होंगे नए अंग

वैज्ञानिकों ने एक स्टेम सेल का विकास किया है। इससे कटे-पिटे अंग खुद से जुड़ जाएंगे।अंग भी पैदा कर सकते है।

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smart stem cells

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नई दिल्ली। किसी को चोट लग जाती है या शरीर के किसी भी अंग में घाव हो जाता है तक उसको ठीक करने के लिए उपचार करना पड़ता है। समय-समय पर दवाई या पट्टी करनी पड़ती है। तब जाकर वह घाव भरता है। लेकिन वैज्ञानिकों ने एक स्टेम सेल का विकास किया है। इससे कटे-पिटे अंग खुद से जुड़ जाएंगे। इतना ही नहीं नए अंग भी पैदा कर सकते है और चोट या घाव भी जल्द भर जाएंगे। ऑस्ट्रेलिया के साइंटिस्ट इस टेक्नोलॉजी के करीब पहुंच गए है। उन्होंने दावा किया है एक ऐसा स्टेम सेल खोजा है जिससे रीजेनेरेटिव एबिलिटी है। अब किसी भी चीज को फिर से जीवित करना या उसे वापस उसकी पुरानी अवस्था में लाकर ठीक कर सकते है।


चूहों पर किया गया प्रयोग
एक रिपोर्ट के अनुसार, साइंटिस्ट इसे अभी से स्मार्ट स्टेम सेल कह रहे हैं। विज्ञान की भाषा में इसे मल्टीपोटेंट स्टेम सेल कहा जा रहा है। यह स्टेम सेल इंसानों के शरीर से आसानी से निकाला जा सकता है। यह इंसान के शरीर में मौजूद वसा यानी फैट को रीप्रोग्राम्ड वर्जन है। फैट का रीप्रोग्राम्ड वर्जन ही स्टेम सेल कहलाएगा। खबरों के अनुसार, इस स्टेम सेल की चूहों पर स्टडी की गई है। इस प्रयोग में सफलता मिलने के बाद अब साइंटिस्ट्स को रीजेनेरेटिव एबिलिटी वाले स्टेम सेल को लेकर बड़े उम्मीदे है।

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गिरगिट की तरह कटे अंग फिर से उगा लेगा इंसान
यह स्टडी ऑनलाइन साइंस जर्नल साइंस एडवांस में प्रकाशित हुई है। इंसानों में प्रयोग करने से पहले साइंटिस्ट इस स्टेम सेल के कई और टेस्ट और रिसर्च करना चाहते हैं। यूनिवर्सिटी ऑफ न्यू साउथ वेल्स के प्रोफेसर जॉन पिमांडा ने कहा कि ये स्टेम सेल घायल या चोट खाए टिश्यू यानी ऊतकों को खुद जोड़ने में मदद करता है। ये ठीक वैसा ही है जैसे गिरगिट अपना रंग बदलता है और पूंछ कटने पर वापस नई पूंछ निकल आती है।