Ahmedabad plane crash international reactions: अहमदाबाद विमान हादसे (Ahmedabad plane crash) पर ब्रिटेन ने चिंता जताई है, वह भारत के साथ मिलकर राहत कार्य कर रहा है। ब्रिटेन के डेविड लैमी ने एयर इंडिया विमान हादसे पर गहरा दुख जताया है। उन्होंने कहा कि वे भारत में (Air India accident response) एयर इंडिया के अधिकारियों के साथ मिल कर हादसे से जुड़े तथ्यों की जांच और मदद (UK consular help)सुनिश्चित कर रहे हैं। अहमदाबाद में एयर इंडिया की अंतरराष्ट्रीय उड़ान की दुर्घटना के बाद स्थिति को लेकर भारत और ब्रिटेन के बीच उच्च स्तरीय संवाद शुरू हो गया है। शुरुआती रिपोर्ट के अनुसार, हादसे का कारण रनवे के पास अचानक तकनीकी खराबी और खराब मौसम बताया जा रहा है, हालांकि जांच जारी है।
ब्रिटिश हाई कमीशन की एक टीम नई दिल्ली से अहमदाबाद के लिए रवाना हो गई है और गुजरात सरकार के आपदा प्रबंधन विभाग के साथ मिलकर यात्रियों की पहचान, मेडिकल सपोर्ट और परिवारों से संपर्क की व्यवस्था कर रही है। अहमदाबाद में एयर इंडिया की फ्लाइट दुर्घटना के बाद ब्रिटेन, अमेरिका, कनाडा, फ्रांस समेत कई देशों ने गहरी संवेदना जताई और कांसुलर सहायता सक्रिय की है। यह हादसा भारत की वैश्विक कूटनीतिक भागीदारी और मानवीय समन्वय की भी परीक्षा बन गया है।
ब्रिटेन के डेविड लैमी ने कहा, “यह एक बेहद परेशान करने वाली घटना है। हम भारत सरकार के साथ सीधे संपर्क में हैं और अपने नागरिकों को हर संभव मदद पहुंचा रहे हैं।” उन्होंने यह भी कहा कि ब्रिटेन की कांसुलर टीमें राहत कार्यों में सक्रिय रूप से भाग ले रही हैं। प्रधानमंत्री कीर स्टारमर ने हादसे को “heartbreaking” करार देते हुए कहा कि “हम अपने नागरिकों की सुरक्षा को सर्वोपरि मानते हैं। इस समय सभी पीड़ित परिवारों के साथ हमारी पूरी संवेदना है।”
इस हादसे ने भारत-ब्रिटेन द्विपक्षीय संबंधों में मानवीय समन्वय और आपदा सहयोग की एक नई कसौटी खड़ी कर दी है। ब्रेक्सिट के बाद ब्रिटेन अपनी वैश्विक कांसुलर क्षमताओं को फिर से परिभाषित कर रहा है, और यह घटना इस नज़रिए से भी महत्वपूर्ण है कि भारत में उसकी नागरिक सुरक्षा व्यवस्था कितनी प्रभावी है। इसके अलावा, एयर इंडिया की सुरक्षा प्रणाली, ग्राउंड ऑपरेशंस और आपातकालीन प्रतिक्रिया तंत्र को लेकर भी कई सवाल उठने लगे हैं, खासकर जब विमान में बड़ी संख्या में विदेशी नागरिक सवार हों।
ब्रिटिश नागरिकों से अनुरोध किया गया है कि वे संबंधित हेल्पलाइन नंबर पर संपर्क करें यदि उनका कोई परिजन या परिचित इस फ्लाइट में था। एयर इंडिया और DGCA (नागरिक उड्डयन महानिदेशालय) संयुक्त जांच टीम गठित कर चुकी है जो अगले 48 घंटों में प्रारंभिक रिपोर्ट साझा कर सकती है। ब्रिटेन की ओर से एक काउंसलिंग हेल्प डेस्क भी अहमदाबाद एयरपोर्ट पर स्थापित की जा रही है, ताकि तनावग्रस्त यात्रियों और उनके परिवारों को मानसिक सहायता मिल सके।
एयर इंडिया के मुताबिक विमान में 53 ब्रिटिश नागरिक यात्रा कर रहे थे। ब्रिटेन ने प्रभावित नागरिकों के लिए आपात कांसुलर सहायता के लिए नंबर +44 (0) 20 7008 5008 जारी किया है।
ब्रिटेन के प्रधानमंत्री कीर स्टारमर ने इस हादसे को “विनाशकारी” करार दिया। उन्होंने कहा कि वे स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं और उनके विचार सभी पीड़ितों और उनके परिवारों के साथ हैं।
यह दुखद घटना गुजरात के अहमदाबाद शहर में स्थित सरदार वल्लभभाई पटेल अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के पास घटी। यह इलाका प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के गृह राज्य में स्थित है।
ब्रिटेन इस घटना को लेकर सक्रिय रूप से भारत सरकार और स्थानीय प्रशासन के संपर्क में है। दोनों देश मिलकर राहत और जांच कार्यों में तेजी ला रहे हैं।
भारत के विदेश मंत्रालय ने सभी यात्रियों और क्रू के लिए संवेदना प्रकट की है।
अमेरिका ने की मदद की पेशकश: स्टेट डिपार्टमेंट के प्रवक्ता ने कहा, “हम हादसे की जानकारी ले रहे हैं और ज़रूरत पड़ने पर कांसुलर सहायता देने के लिए तैयार हैं।”
यूएस एम्बेसी दिल्ली: “हम भारतीय अधिकारियों के संपर्क में हैं और स्थिति पर नज़र बनाए हुए हैं।”
कनाडा के मंत्री मेलानी जोली ने कहा: “हम भारत में स्थित अपने नागरिकों की सुरक्षा को प्राथमिकता दे रहे हैं। प्रभावित परिवारों के लिए सहायता उपलब्ध है।”
ग्लोबल अफेयर्स कनाडा ने कहा : कांसुलर सेवाएं सक्रिय की गई हैं, नागरिकों से हेल्पलाइन पर संपर्क की अपील।
भारत में ऑस्ट्रेलियाई उच्चायोग ने कहा: “हम भारतीय एजेंसियों से जानकारी प्राप्त कर रहे हैं और सभी ऑस्ट्रेलियाई यात्रियों की स्थिति की पुष्टि कर रहे हैं।”
फ्रांसीसी विदेश मंत्रालय ने कहा: “हम भारत के साथ इस दुखद घटना को लेकर पूरी एकजुटता से खड़े हैं।”
पेरिस से प्रतिक्रिया : यदि कोई फ्रांसीसी नागरिक विमान में था, तो जल्द पुष्टि दी जाएगी।
जर्मन एम्बेसी दिल्ली: “हम हादसे से बेहद दुखी हैं और भारतीय अधिकारियों के साथ संपर्क में हैं।”
कांसुलर हेल्पलाइन अलर्ट की गई।
संयुक्त राष्ट्र प्रवक्ता ने कहा: “हम इस विमान दुर्घटना में मारे गए सभी लोगों के प्रति संवेदना व्यक्त करते हैं। भारत में राहत प्रयासों में मदद की पेशकश की गई है।”
बहरहाल यह हादसा केवल एक देश की नहीं, बल्कि अंतरराष्ट्रीय समुदाय की मानवीय चिंता का विषय बन गया है। कई देशों ने अपने नागरिकों के लिए सहायता सक्रिय कर दी है और भारत के साथ समन्वय में काम कर रहे हैं। यह घटना भारत की अंतरराष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया और द्विपक्षीय सहयोग की परीक्षा भी मानी जा रही है।
(एक्सक्लूसिव इनपुट क्रेडिट: अंतरराष्ट्रीय विमानन एजेंसियां, यूके एयरक्राफ्ट एक्सीडेंट इन्वेस्टिगेशन ब्रांच, भारतीय नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (DGCA) व कांसुलर हेल्पडेस्क)
Updated on:
13 Jun 2025 01:04 pm
Published on:
12 Jun 2025 05:47 pm