
मेलबर्न के स्कूल में 11 साल के बच्चे पर चाकू से हमला हुआ। (फोटो: X Handle/ @OZzSue5)
Australia School Knife Attacks: ऑस्ट्रेलिया के मेलबर्न में गुरुवार सुबह एक प्राइमरी स्कूल (Melbourne School Stabbing) ने पूरे देश को सदमे में डाल दिया। दक्षिण-पूर्व के बेरविक शहर में ब्रेंटवुड पार्क प्राइमरी स्कूल की घंटी बजते ही 11 साल का एक लड़का (कक्षा 5 का छात्र) किचन चाकू और खिलौना बंदूक लेकर क्लास रूम में घुसा। उसने पहले एक महिला टीचर पर धमकी दी, फिर कक्षा 1 के 8 साल के बच्चे पर कई वार (Australia School Knife Attacks) किए। बच्चे को गंभीर चोटें नहीं लगीं, लेकिन एहतियातन इलाज के लिए अस्पताल ले जाना पड़ा। टीचर को भी हल्की चोटें आईं, जिनका मौके पर इलाज हो गया। लड़के के बैग से दो और चाकू बरामद हुए। पुलिस ने उसे तुरंत पकड़ लिया, पूछताछ की और चिकित्सकीय जांच के लिए अस्पताल भेज दिया।
इस घटना से ब्रेंटवुड पार्क प्राइमरी और पास का कम्ब्रिया कॉलेज पूरा दिन लॉकडाउन में रहा। दरवाजे बंद कर सबको सुरक्षित रखा गया। अभिभावक घंटों गेट पर खड़े रहे। एक पिता ने बताया, "पत्नी ने फोन पर खबर सुनी। हम अमेरिका से हैं, वहां गोलीबारी होती है, यहां चाकू… बच्चे को तुरंत ले आए।" दोपहर तक स्कूल के बाहर भीड़ जमा रही। शिक्षा विभाग ने इसे "खतरनाक हरकत" बताया और सभी को मानसिक सहायता देने का वादा किया।
यह कोई पहला मामला नहीं है। ऑस्ट्रेलिया में स्कूलों पर चाकू के हमलों का खौफ बढ़ गया है। पिछले पांच बरसों के दौरान 800 से अधिक मामले सामने आए हैं। ऑस्ट्रेलिया में सन 2020 से 2025 तक स्कूलों में चाकू से हमले और हिंसा के दूसरे मामले तेजी से बढ़े हैं। विक्टोरिया पुलिस के आंकड़ों से पता चलता है कि 2018-2022 के बीच 10-16 साल के बच्चों की ओर से गंभीर हमलों की शिकायतें 199 से 275 हो गईं। न्यू साउथ वेल्स में पिछले 5 बरसों के दौरान स्कूलों में 748 हमले बढ़े हैं। इधर 2024-25 में पूरे देश में चाकू से जुड़े अपराध 600 से ज्यादा रहे, जिनमें 20% स्कूलों से जुड़े हुए हैं।
सन 2024 में बॉन्डी जंक्शन मॉल स्टैबिंग में 6 मौतें हो गईं और सन 2025 कोबल बैंक में दो लड़कों की हत्या होने पर 7 किशोरों पर मुकदमा हुआ। इससे पहले 2023 रिजर्वायर हाई स्कूल में गर्दन पर चाकू मारने का मामला सामने आया था।
गत 19 नवंबर को ब्राइटन के बेसाइड इलाके में हथियारबंद युवकों के बारे में सूचना मिलने पर एल्स्टर्नविक प्राइमरी और नॉर्थ ब्राइटन सेंटर लॉकडाउन हुए। पुलिस ने दो लड़कों को पकड़ा, एक लड़के को ड्रग्स रखने के आरोप में गिरफ्तार किया। वहीं 11 नवंबर को हैम्पटन ईस्ट स्पेशल स्कूल में दो हथियारबंद व्यक्ति सड़क पर पीछा करते हुए दिखे, प्रत्यक्षदर्शियों ने यह हमला देखा।
इस तरह के केस में सजाओं पर नजर डालें तो कानून सख्त हैं। न्यू साउथ वेल्स में स्कूल में चाकू रखने पर 2-4 साल जेल और 11,000 डॉलर जुर्माना हुआ। चाकू चलाने पर 25 साल तक जेल हुई। जबकि सन 2022 ईस्टर शो हत्याकांड में 15 साल के लड़के को 10 साल की जेल हुई। सन 2023 में रिजर्वायर केस में 5 साल लगे। ध्यान रहे कि अपराध करने वाले किशोरों को जुवेनाइल कोर्ट में काउंसलिंग मिलती है।
विक्टोरिया पुलिस ने सुरक्षा बढ़ाने का वादा किया है। अभिभावक और विशेषज्ञ कहते हैं – बच्चों में हिंसा की जड़ें मानसिक स्वास्थ्य और गैंग कल्चर में हैं। भारत के लिए सबक है कि स्कूल बैग चेकिंग और काउंसलिंग मजबूत करें। इस मामले को लेकर सोशल मीडिया पर गुस्सा फूट पड़ा है। अभिभावक चीख रहे हैं – "स्कूल सुरक्षित हों, यह क्या हो रहा है!" ऑस्ट्रेलियाई नेता सख्त कानून मांग रहे हैं। युवा मानसिक स्वास्थ्य पर फोकस कर रहे हैं।
उम्मीद है कि ब्रेंटवुड मामले में 11 साल के लड़के पर फैसला जल्द आने की संभावना है। विक्टोरिया सरकार नई सर्च पॉलिसी लाएगी। वहीं स्कूलों में काउंसलिंग सेशन शुरू होंगे। बहरहाल, ये घटनाएं ऑस्ट्रेलिया में युवा हिंसा की वजह बताती और दिखाती हैं – गरीबी, ड्रग्स और मेंटल हेल्थ। सजाएं सख्त हैं, लेकिन ऐसे मामलों की रोकथाम में कमी है। भारत को ऐसे मामलों पर नजर रखनी होगी।
Updated on:
27 Nov 2025 05:41 pm
Published on:
27 Nov 2025 05:37 pm
बड़ी खबरें
View Allविदेश
ट्रेंडिंग
