10 दिसंबर 2025,

बुधवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

भारत पर टैरिफ लगाकर ही रहेंगे ट्रंप, अमेरिकी राष्ट्रपति ने खाई कसम, जानें अब क्या कहा?

Donald Trump on India Tariff: ट्रंप ने ये फैसला प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Modi) के उनके साथ बैठक में इस मुद्दे पर विस्तार से चर्चा की बात करने की बावजूद लिया है।

2 min read
Google source verification

भारत

image

Jyoti Sharma

Feb 22, 2025

Trump praises Modi (File Picture)

Trump praises Modi (File Picture)

Reciprocal Tariff on India: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक बार फिर भारत पर पारस्परिक टैरिफ लगाने की बात दोहराई है और इस बार तो उन्होंने इस बात की कसम और खाई है। डोनाल्ड ट्रंप ने कहा है कि भारत अमेरिका पर बहुत ज्यादा टैरिफ लगाता है। अब भारत पर भी पारस्परिक टैरिफ (Reciprocal Tariff) लगाकर ही रहेंगे। बता दें कि ट्रंप ने ये फैसला प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के उनके साथ बैठक (Modi Trump meeting) में इस मुद्दे पर विस्तार से चर्चा की बात करने की बावजूद लिया है। इस डोनाल्ड ट्रंप के साथ बैठक में पीएम मोदी ने टैरिफ के मुद्दे पर कहा था कि अमेरिका के साथ इस बारे में और विस्तार से चर्चा की जाएगी और भारत जल्द अपना रुख साफ करेगा। लेकिन इससे पहले ही डोनाल्ड ट्रंप ने पारस्परिक टैरिफ लगाने की बात कह दी है।

निष्पक्ष होना चाहता है अमेरिका-ट्रंप

एक प्रेस कांफ्रेंस के दौरान अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (Donald trump on reciprocal Tariff on India) ने कहा कि कोई भी कंपनी या देश, जैसे भारत या चीन (China) जो भी अमेरिका पर शुल्क लगाते हैं। हम निष्पक्ष होना चाहते हैं इसलिए अब पारस्परिक शुल्क लगाया जाएगा। ट्रंप ने कहा कि उन्होंने ऐसा कभी नहीं किया लेकिन हम ऐसा करने की तैयारी कर रहे थे, लेकिन तब कर कोविड-19 महामारी ने सब बिगाड़ दिया।

पीएम मोदी और डोनाल्ड ट्रंप की मीटिंग को एक ही सप्ताह हुआ है। तब बैठक से ठीक पहले ट्रम्प ने पारस्परिक टैरिफ लगाने का आदेश दे दिया था और भारत के टैरिफ पर टिप्पणी करते हुए कहा था कि उनके पास सबसे ज्यादा टैरिफ हैं और ये व्यापार करने के लिए एक कठिन जगह है।

PM Modi ने बैठक में क्या कहा था?

बता दें कि डोनाल्ड ट्रंप के साथ द्विपक्षीय बैठक में पीएम मोदी (Narendra Modi) ने कहा था कि अमेरिका और भारत व्यापार समझौते पर काम करेंगे। उन्होंने टैरिफ में ढील देने के अलावा व्यापार में आ रहे गतिरोध के बीच रियायतों पर बातचीत की पेशकश भी की थी। इस पर डोनाल्ड ट्रंप ने कहा था कि वे भारत से व्यापार घाटे को कम करने के लिए बातचीत पर सहमत हैं।

भारत में व्यापार करना मुश्किल- ट्रंप

इससे पहले भी डोनाल्ड ट्रंप कहा था कि भारत में व्यापार करना मुश्किल है, क्योंकि उनके यहां टैरिफ सबसे ज्यादा है। उन्होंने हार्ले-डेविडसन बाइक्स के आयात का हवाला देते हुए कहा था कि कैसे अमेरिकी कंपनियों को ज्यादा से ज्यादा आयात शुल्क से बचने के लिए विदेशों में अपनी यूनिट्स लगाने के लिए मजबूर किया गया है। इसमें उन्होंने सबसे ज्यादा टैरिफ लगाने वाले देशों में भारत का नाम लिया था।

ये भी पढ़े- ऐसा क्या हुआ कि एक महीने में रूस का समर्थक बन गया अमेरिका, और दोनों देशों के बीच बदल गए 75 बरसों के रिश्ते