
Emmanuel Macron: photo ani
पश्चिम अफ्रीकी देश नाइजर (Niger) में 26 जुलाई को कुछ ऐसा हुआ था जिसके बारे में शायद ही किसी ने सोचा होगा। इस दिन नाइजर की सेना ने राष्ट्रपति मोहम्मद बजौम (Mohamed Bazoum) को सत्ता से हटाकर गिरफ्तार कर लिया था और तख्तापलट करते हुए सत्ता पर कब्ज़ा कर लिया था। तख्तापलट के बाद से ही नाइजर में सब कुछ बदल गया। तख्तापलट के बाद से ही नाइजर के कई देशों से संबंधों में भी काफी बदलाव आ गया था। इनमें फ्रांस (France) से संबंध भी शामिल थे। तख्तापलट से पहले नाइजर की सरकार के फ्रांस से काफी अच्छे संबंध थे, जो तख्तापलट के बाद पूरी तरफ से बदल गए। ऐसे में नाइजर में तख्तापलट के करीब दो महीने बाद फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों (Emmanuel Macron) ने एक बड़ा फैसला लिया है।
नाइजर से सेना और राजदूत को बुलाएंगे वापस
फ्रांस के राष्ट्रपति मैक्रों ने हाल ही में एक बड़ा फैसला लिया है। मैक्रों के फैसले के अनुसार नाइजर से जल्द ही फ्रांस की सेना और राजदूत को वापस बुलाया जाएगा। इस बात की जानकारी मैक्रों ने रविवार को एक इंटरव्यू में दी। राजदूत को अभी तक निकाला जा चुका है। वहीं सेना को साल के अंत तक पूरी तरह से निकाल लाया जाएगा।
नाइजर की सेना है फ्रांस की विरोधी
नाइजर की सेना का काफी समय से यह मानना है कि फ्रांस लंबे समय से उनके देश के मामलों में हस्तक्षेप करता आया है। ऐसे में सत्ता में आते ही नाइजर की सेना ने यह तय कर लिया कि अब नाइजर के मामलों में फ़्रांस की दखलअंदाज़ी नहीं चलेगी। इससे दोनों देशों के संबंध खराब हो गए और इसी के चलते फ्रांस के राष्ट्रपति मैक्रों ने नाइजर से सेना और राजदूत को हटाने का फैसला लिया।
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Updated on:
05 Jul 2025 10:01 am
Published on:
25 Sept 2023 12:24 pm
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