
डोनाल्ड ट्रंप और शी जिनपिंग। (फोटो- IANS)
राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के बार-बार यह दावा करने के बाद कि अमेरिका ने भारत-पाकिस्तान के बीच संभावित युद्ध को रोका, अब चीन ने भी दावा कर दिया है कि उसने इस साल की शुरुआत में दोनों देशों के बीच सैन्य झड़पों के बाद तनाव को कम करने में मध्यस्थता की थी।
चीनी विदेश मंत्री वांग यी ने मंगलवार को कहा कि बीजिंग ने भारत-पाकिस्तान गतिरोध सहित कई वैश्विक संघर्षों में मध्यस्थ की भूमिका निभाई है। चीनी मंत्रालय ने अपने एक्स पोस्ट में भी यह जनकारी दी है।
वांग ने कहा- स्थायी शांति बनाने के लिए हमने एक निष्पक्ष और न्यायसंगत रुख अपनाया है। लक्षणों और मूल कारणों दोनों को संबोधित करने पर ध्यान केंद्रित किया है।
हॉटस्पॉट मुद्दों को सुलझाने के लिए इस चीनी दृष्टिकोण का पालन करते हुए हमने उत्तरी म्यांमार, ईरानी परमाणु मुद्दे, पाकिस्तान-भारत के बीच तनाव, फिलिस्तीन-इजराइल के बीच मुद्दों और कंबोडिया-थाईलैंड के बीच हालिया संघर्ष में मध्यस्थता की है।
वांग की यह टिप्पणी मई में भारत और पाकिस्तान के बीच सैन्य टकराव के महीनों बाद आई है। जो 22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में एक आतंकवादी हमले के बाद शुरू हुआ था। इसमें 26 लोगों की जान चली गई थी।
भारत ने ऑपरेशन सिंदूर के जरिए पाकिस्तान को करारा जवाब दिया था। इसमें पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर में आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया गया।
उधर, भारत ने लगातार किसी भी तीसरे पक्ष की मध्यस्थता के दावों को खारिज किया है। भारत सरकार की ओर से बार-बार यह कहा जाता है कि यह टकराव सीधे सैन्य-से-सैन्य संचार के माध्यम से हल किया गया था।
भारत का कहना कि भारी नुकसान से प्रभावित होकर पाकिस्तान के सैन्य संचालन महानिदेशक (DGMO) ने भारतीय DGMO को फोन किया और दोनों पक्ष 10 मई से जमीन, हवा और समुद्र में सभी गोलीबारी और सैन्य कार्रवाई रोकने पर सहमत हुए।
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने दावा किया है कि उन्होंने भारत और पाकिस्तान के बीच युद्ध रुकवाया था। ट्रंप के अनुसार, उन्होंने दोनों देशों पर 200-350% टैरिफ लगाने की धमकी दी थी, जिसके बाद दोनों देशों ने युद्ध रोकने का फैसला किया। ट्रंप ने कहा कि यह एक बड़ी कूटनीतिक सफलता थी, जिससे लाखों लोगों की जान बचाई गई।
ट्रंप ने यह भी दावा किया कि भारत और पाकिस्तान के बीच युद्ध में 6-8 विमान मार गिराए गए थे और यह एक परमाणु युद्ध में बदलने की कगार पर था। ट्रंप ने कहा कि उन्होंने दोनों देशों से कहा था कि अगर वे युद्ध जारी रखते हैं, तो अमेरिका उन पर भारी टैरिफ लगाएगा।
Published on:
31 Dec 2025 07:26 am
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