
Benjamin Netanyahu, Donald Trump and Hamas terrorist (Photo - Patrika Graphics)
इज़रायल (Israel) और फिलिस्तीनी आतंकी संगठन हमास (Hamas) के बीच गाज़ा (Gaza) में चल रहे युद्ध को 2 साल पूरे होने वाले हैं। इस युद्ध की वजह से गाज़ा में तबाही मच चुकी है। हर दिन जान-माल का नुकसान हो रहा है। ऐसे में अमेरिका (United States Of America) के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) ने कुछ दिन पहले ही गाज़ा में युद्धविराम का प्रस्ताव पेश किया है। इस प्रस्ताव को इज़रायली पीएम बेंजामिन नेतन्याहू (Benjamin Netanyahu) ने भी मान लिया है, लेकिन हमास ने अब तक इस पर सहमति नहीं जताई है।
ऐसे लग रहा है कि हमास, ट्रंप का सीज़फायर प्रस्ताव मानने के मूड में नहीं है। इसी वजह से हमास ने अभी तक इस प्रस्ताव पर कोई प्रतिक्रिया जाहिर नहीं की है। अभी ऐसा करने में आतंकी संगठन को कुछ और दिन लग सकते हैं।
गाज़ा में युद्धविराम के ट्रंप द्वारा पेश किए गए प्रस्ताव की शर्तों में हमास बदलाव चाहता है। इस प्रस्ताव की एक अहम शर्त है कि हमास अपने हथियार सरेंडर कर दे। इसके साथ ही हमास का राजनीतिक बहिष्कार भी इस प्रस्ताव की अहम शर्त है। हालांकि हमास के कुछ अधिकारी इन शर्तों में बदलाव चाहते हैं।
हमास के नेताओं ने शर्तों में संशोधन, इज़रायली सेना की पूर्ण वापसी की अंतर्राष्ट्रीय गारंटी और किसी भी तरह की हत्या न होने की पुष्टि की भी मांग की है। सूत्रों का कहना है कि हमास के भीतर मतभेद हैं। कुछ सदस्य बिना शर्त समर्थन के पक्ष में हैं ताकि युद्धविराम सुनिश्चित हो, जबकि अन्य सदस्य महत्वपूर्ण प्रावधानों पर संशोधन चाहते हैं। खासकर हथियार छोड़ने और गाज़ा से अपने आतंकियों को हटाने की शर्त को कई हमास नेता अस्वीकार कर रहे हैं। हमास का कहना है कि ट्रंप के सीज़फायर प्रस्ताव पर चर्चा अभी जारी है और जल्द इस इस पर प्रतिक्रिया दी जाएगी।
Updated on:
03 Oct 2025 02:35 pm
Published on:
03 Oct 2025 09:36 am
बड़ी खबरें
View Allविदेश
ट्रेंडिंग
