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Hamas ने तीन फिलिस्तीनी नागरिकों को मारी गोली, भीड़ लगा रही थी नारे, क्या थी वजह?

Hamas ने जघन्य वारदात को अंजाम दिया है। अस्पताल के सामने तीन लोगों को कई गोलियां मारी। जानिए, हमास ने इस घटना के पीछे क्या कारण बताया?

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गाजा (प्रतिकात्मक तस्वीर)

गाजा में हमास (Hamas) ने नृशंस कार्रवाई की है। भीड़ के सामने तीन लोगों को मौत के घाट उतार दिया। हमास के नकाबपोश आतंकी जब तीन फिलिस्तीनी नागरिकों (Palestinian civilians) को कई बार गोली मारी, तब वहां मौजूद भी नारे लगा रही थी। हमास का मनाना था कि ये तीनो फिलिस्तीनी नागरिक गाजा में इजरायली सैन्य कार्रवाई को मदद पहुंचा रहे थे।

टेलीग्राम पर की तस्वीरें शेयर

अमेरिकी मीडिया संस्थान NYT के मुताबिक, हमास से जुड़े एक टेलीग्राम ग्रुप में हत्याकांड की तस्वीरें शेयर की गई। इसमें तीन लोगों की आंखों पर पट्टी बांधी गई थी। उन्हें घुटनों के बल बैठाया गया था। उनके पीछे हमास के आतंकी गन के लेकर खड़े थे। गोली मारने से पहले हमास के आतंकियों ने कागज के एक टुकड़ा पर लिखे गए शब्द पढ़े। इसके बाद आतंकियों ने ताबड़तोड़ गोलियां बरसा दीं।

इसी मामले को लेकर बीबीसी ने अपनी रिपोर्ट में कहा कि नकाबपोश हमास आतंकियों ने गाजा शहर के शिफा अस्पताल के बाहर इस जघन्य अपराध को अंजाम दिया है। बीबीसी के मुताबिक यह अस्पताल इजरायली सैन्य बलों के हमले के केंद्र में रहा है। रिपोर्ट के मुताबिक तीनों को गोली मारने के बाद हमास के आतंकियों ने उनके शवों के पास एक लिखित नोट छोड़ा। इस पर लिखा था कि तुम्हारा विश्वासघात तुम्हें बिना सज़ा के नहीं बख्श सकता। कड़ी सज़ा का इंतज़ार था। वह पूरा हुआ।

हमास ने कहा कि तीनों ने देशद्रोह किया था

हमास के गृह मंत्रालय ने कहा कि मारे गए तीनों फिलिस्तीनी नागरिक देशद्रोही थे। ये तीनों इजरायल के साथ मिलकर देशद्रोह का काम किया था। एक फिलिस्तीनी सुरक्षा अधिकारी ने रॉयटर्स को बताया कि इन हत्याओं को फिलिस्तीनी प्रतिरोध के संयुक्त अभियान के लोगों ने अंजाम दिया है, जबकि न्यू यॉर्क पोस्ट के अनुसार, कस्साम ब्रिगेड, इस्लामिक जिहाद और मुजाहिदीन ब्रिगेड जैसे सशस्त्र समूहों ने कथित तौर पर इन हत्याओं को अंजाम दिया है।

कौन था यासर अबू शबाब?

मारे गए लोगो में से एक की पहचान यासर अबू शबाब के रूप में हुई है। यासर अबू शबाब इजरायल का एक प्रमुख सहयोगी बताया जा रहा है। वह इजरायली सेना का नेतृत्व करता था और इजरायली नियंत्रण वाले इलाके रफा में सक्रिय था। वह खुद को हमास विरोधी मानता था। हालांकि, प्रत्यक्ष रूप से उसने इन सभी बातों से इनकार किया था।

पहले भी हमास ISIS के स्टाइल में दे चुका है वारदात को अंजाम

हमास इससे पहले भी ISIS के स्टाइल में जघन्य वारदातों को अंजाम दे चुका है। मई महीने में भी आतंकियों ने मानवीय सहायता और राहत सामग्री लूटने के आरोप में छह फ़िलिस्तीनियों को मौत के घाट उतार डाला था और 13 अन्य को पैरों में गोली मार दी थी। बहरहाल, गाजा में इजरायली सेना का सैन्य अभियान जारी है। इजरायली हमले में 65000 हजार से अधिक लोगों की मौत हुई है, जबकि लाखों लोग घायल हैं।