
Holiday on Lunar New Year in China affected by tariff war with USA
Tariff War: चीन और अमेरिका के बीच अब टैरिफ वॉर ने एक नए ट्रेड वॉर को जन्म दे दिया है। अमेरिका के चीन पर 10 प्रतिशत टैरिफ के जवाब में चीन ने अमेरिका पर 15 प्रतिशत का टैरिफ थोप दिया है। वहीं इस टैरिफ वॉर का सीधा प्रभाव चीन (China) के सबसे बड़े पर्व पर पड़ा है। जी हां, दरअसल चीन में लूनर नववर्ष मनाया (Lunar New Year 2025) जा रहा है। इसके लिए बड़ी संख्या में लोग छुट्टियां (Holiday) मनाने देश से बाहर भी गए थे, लेकिन अमेरिका के साथ शुरू हुए टैरिफ वॉर के चलते नए साल का ये जश्न फीका पड़ता दिखाई दे रहा है। रिपोर्ट्स के मुताबिक इस बार नए साल पर बाज़ार का उछाल उतना नहीं देखा गया जितना हर बार देखा जाता है।
साउथ चाइना मॉर्निंग पोस्ट की रिपोर्ट के मुताबिक चीन के 304 मिलियन वर्कर्स ने नए साल की मिली छुट्टियां तक रद्द कर दीं और वापस अपने काम पर लौट गए। इसके लिए चीनी प्रशासन ने लोगों के लौटने के लिए अतिरिक्त बस और ट्रेन सेवाएं शुरू कीं। जिससे बीते शुक्रवार से सिचुआन, हेनान और हुबेई सहित पश्चिमी प्रांतों के प्रवासी मजदूरों को केंद्रीय प्रांतों तक पहुंचाया जा रहा है। चीनी मंत्रालय ने इस बारे में कहा कि बीते शुक्रवार को पूरे देश में 304 मिलियन से ज्यादा लोगों ने परिवहन प्रणालियों का सहारा लिया। वहीं पूरे देश में रेलवे ने लगभग 806 अतिरिक्त यात्री रेल सेवाएं भी जोड़ी।
गौर करने वाली बात ये है कि लोगों ने ना सिर्फ अपनी छुट्टियां रद्द कीं, बल्कि वे कई निजी सेवाओं को लेने में भी काफी कोताही बरत रहे हैं। एक हेयर ड्रेसर ने रॉयटर्स को बताया कि साल के इस समय पर उनके पास आमतौर पर बहुत से ग्राहक आते थे जो अपने बालों को रंगने या पर्म करवाने के लिए आते हैं। लेकिन अब उनके पास ऐसे लोग काफी कम आ रहे हैं। बीते 10 दिन में 500 से 600 लोग ही आए जिनकी संख्या पहले 1000 से ऊपर चली जाती थी।
वहीं चीन की सबसे बड़ी ऑनलाइन ट्रैवल एजेंसी ट्रिप डॉट कॉम ने बताया कि इस साल ज़्यादातर चीनी लोग लंबी दूरी की यात्रा पर विदेश ही गए थे। ट्रैवल एजेंसी क्यूनार ने कहा कि उसके प्लेटफॉर्म पर आउटबाउंड उड़ानों और हॉलिडे पैकेजों की बुकिंग पिछले साल की तुलना में दोगुनी हो गई थी। वहीं चीन के परिवहन मंत्रालय ने संभावना जताई थी कि लूनर न्यू ईयर के दौरान 40 दिनों में करीब 9 बिलियन यात्राएं की जाएंगी, जबकि पिछले साल इसी अवधि के दौरान 8.4 बिलियन यात्राएं दर्ज की गई थीं। लेकिन अब कुछ लोगों ने कहा कि वे घर लौटने से इसलिए कतरा रहे हैं ताकि वे ज्यादा पैसा कमा सकें।
npr.org की रिपोर्ट के मुताबिक नववर्ष के दौरान सजावट का सामान बेचने वालों से लेकर बाहर रहकर नौकरी करने वालों के लिए सुस्त माहौल देखने को मिला। चीन के कुनमिंग शहर में कई सजावट का सामान बेचने वालों ने बताया कि लूनर नववर्ष चीन का सबसे बड़ा त्यौहार माना जाता है, इस बार बिक्री हर साल के मुकाबले थोड़ी कम रही। सिर्फ इतना ही नहीं, लोगों ने अपने करीबियों को देने के लिए गिफ्ट्स की खरीदारी भी कम की। कई लोग जो बाहर काम करते हैं उन्हें लूनर नववर्ष की छुट्टी दी गई लेकिन उन्हें छुट्टी के बजाय काम करने के लिए ज्यादा वेतन भुगतान का ऑफर दिया गया तो उन्होंने काम ही किया। उनका कहना है कि कि वो आने वाले समय को लेकर चिंतित हैं इसलिए पैसा कमाकर इकट्ठा कर रहे हैं।
Hi.investing की एक रिपोर्ट के मुताबिक चीन के चंद्र नववर्ष के दौरान अमेरिका और चीन के बीच टैरिफ युद्ध का प्रभाव अहम तौर पर वैश्विक वित्तीय बाजारों में देखा गया। अमेरिका के चीनी उत्पादों पर 10% टैरिफ लगाने के बाद चीन ने भी अमेरिकी उत्पादों पर 10% से 15% तक का टैरिफ लगा दिया। इसके चलते नववर्ष के दौरान हांगकांग के हैंग सेंग सूचकांक में 1.7% की गिरावट आई। इस दौरान चीन के बाजार चंद्र नववर्ष की छुट्टियों के चलते बंद थे और फिर मंगलवार से व्यापार फिर से शुरू होने वाला था।
रिपोर्ट के मुताबिक चीन के चंद्र नववर्ष के दौरान लोग जमकर खरीदारी करते हैं, जिससे बाजार में काफी उछाल आता है, लेकिन अमेरिका से टैरिफ वॉर का प्रभाव उपभोक्ता व्यवहार और बाजार पर साफ देखा गया। सबसे बड़ा व्यापार गिफ्ट्स की खरीद बिक्री का रहता है। रिपोर्ट के मुताबिक इस क्षेत्र में भी सुस्ती का माहौल का देखा गया।
अंतर्राष्ट्रीय न्यूज एजेंसी रॉयटर्स की रिपोर्ट के मुताबिक चीन का सबसे बड़ा ये हॉलीडे इस साल 28 जनवरी से 4 फरवरी के बीच पड़ा था। लेकिन अधिकारियों ने इस बात को ध्यान में रखते हुए कि चीन की सुस्त चल रही अर्थव्यवस्था को बढ़ावा मिलेगा, उन्होंने आधिकारिक छुट्टी की अवधि 7 दिन से बढ़ाकर 8 दिन कर दी। इसके लिए लोगों को हवाई किराए में भी छूट दी गई और कई टूरिज़्म स्पॉट्स पर विशेष रियायतें दी गईं। लेकिन छुट्टी मनाने की तैयारी कर रहे कुछ लोगों ने एजेंसी को बताया कि अर्थव्यवस्था, टैरिफ वॉर और रोजगार की चिंता ने उन्हें उनके गृहनगर वापस लौटने पर मजबूर कर दिया।
Updated on:
05 Feb 2025 03:24 pm
Published on:
05 Feb 2025 02:08 pm
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